Modi Can Solve Demonetization Problems
Om Thanvi

मोदी करेंगे नहीं क्योंकि अहंकार के पुतले हैं, वरना अपने ही सिरजे आफ़तकाल से वे ख़ुद मुक्ति पा — या दिला — सकते हैं। इस तरह कि हज़ार का नोट भले नहीं, पर 500 के नोट को वापस चला दें। आख़िर वे असली नोट हैं और काला धन नहीं हैं। वे अब तक बैंकों के पास ही रखे हैं, नष्ट करने के लिए आरबीआइ को नहीं सौंपे गए हैं। नए नोट छपाई में कम-से-कम छह महीने तक तंग करेंगे। काग़ज़, स्याही, सुपुर्दगी, वितरण सबका संकट है।
जो मक़सद था, वह विफल हो चुका। उलटे नए नोटों की कालाबाज़ारी शुरू हो चुकी है।
पर अपना निर्णय पलटने में बड़ी हेठी है।
फिर उत्तर प्रदेश चुनाव में नोटबंदी का फ़ायदा मिलने की ग़लतफ़हमी भी है। हालाँकि वहाँ मिलेगा कुछ नहीं, ऐसे आसार ज़ाहिर हैं। सरकार अखिलेश बनाएँगे या मायावती।
अच्छा हो बड़े प्रधान एक प्रदेश की फ़िक्र छोड़, देश में व्याप्त संकट से मुक्ति के लिए कुछ भूल-सुधार की सोचें।
1 टिप्पणियाँ
Great insights on the demonetization issues raised by Om Thanvi! It’s interesting to see how economic changes can affect various industries. For instance, the increasing popularity of smartwatches for men shows how consumer behavior is evolving despite financial challenges. Even in uncertain times, tech innovations continue to thrive and shape our daily lives
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