जेएलएफ 2017 में नए विचारों और विषयों का भरपूर समागम होगा
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विलियम डेलरिम्पल, नमिता गोखले और संजॉय राय (फ़ोटो: भरत तिवारी) |
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के आयोजकों ने होटल ताजमहल में दसवीं सालगिरह का केक काट कर अगले वर्ष 19-23 जनवरी को होने वाले उत्सव की शुरुआत करते हुए घोषणा की।
फेस्टिवल के सह-निदेशक नमिता गोखले और विलियम डेलरिम्पल ने बताया - इनमें शामिल विषयों में — ‘70 का भारत – सपने देखने की आज़ादी’ में आज के भारत को इतिहास के साथ-साथ भविष्य से जोड़ कर देखा जायेगा। अनुवाद और विश्व साहित्य, ‘महिलाएं और हाशिये की आवाज़ें’, ‘संस्कृति और उपनिवेशवाद’, ‘ब्रिटिश राज की विरासत’ होंगे।
30 भाषाएँ
क़रीब 30 भाषाओं से सज्जित होने वाले इस बार के जेएलएफ में भारतीय भाषा में — वोल्गा – तेलगू, एस. एल. भईरप्पा, विवेक शानबाग – कन्नड़; काजल ओझा – गुजराती; सी. पी देवल, हरी राम मीणा – राजस्थानी; कनक दीक्षित, बिनोद चौधरी – नेपाली; ध्रुबाज्योति बोरा – आसामी; और गुलज़ार, जावेद अख्तर – उर्दू; उड़िया में जतिंदर के नायक; नसीम शफी, नीरजा मट्टू कश्मीरी में; अरुनव सिन्हा और राधा चक्रवर्ती बंगाली में ; अर्शिया सत्तार, ए.एन.डी. हक्सर, और रोबेर्टो कलास्सो संस्कृत शामिल होंगे । हिंदी लेखकों में अनुराधा बेनीवाल, मानव कौल, मृणाल पांडे, नरेंद्र कोहली, नंद भारद्वाज होंगे।
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ऑस्ट्रेलिया के उप उच्चायुक्त क्रिस एल्सटॉफ्ट (फ़ोटो: भरत तिवारी) |
क़रीब तीस भाषाओँ के शामिल होने से, जयपुर साहित्योत्सव 2017, पहले से कहीं अधिक बहुभाषीय है। नमिता गोखले ने कहा - अनुवाद की महत्ता को ध्यान में रखा गया है साथ ही संविधान, मैग्ना कार्टा, संस्कृत, हाशिये से केंद्र के लिए आंदोलन, आदर्शों, विचारधाराओं, राजनीति, साथ ही सपने देखने और कल्पना की स्वतंत्रता शामिल रहेंगे।
अंतर्राष्ट्रीय लेखकों में शामिल है — मैन बुकर पुरस्कार विजेता एलन होलिंगघर्स्ट और रिचर्ड फ्लानागन शामिल हैं; 2013 में मैन बुकर पुरस्कार के लिए चुनी गयीं पहली अश्वेत अफ्रीकी महिला नोवॉयलेट बुलावायो; जेएलएफ में पहली बार शामिल हो रहे, लारेंस ओलिवर पुरस्कार विजेता और दो बार अकादमी पुरस्कार नामांकित सर डेविड हरे; अंतरराष्ट्रीय स्तर के कवि ऐनी वॉल्डमेन और अमेरिकी पत्रकार और पुलित्जर पुरस्कार विजेता डेक्सटर फिल्किंस।
विलियम डेलरिम्पल ने उत्साहपूर्वक बताया, “10 साल पहले 16 लोगों की उपस्थिति से शुरू हुई ये यात्रा अनोखा अनुभव है, इस सफ़र में हम दुनिया के अनेक महान लेखकों को भारत ले कर आये और साथ ही यहाँ के लेखन को विदेशी पाठकों तक पहुँचाया। हम लाखों दिमागों को साहित्य के चमत्कार से रौशन किये जा रहे हैं।
इस साल का उत्सव साहित्यिक प्रतिभाओं का अब तक का सबसे अनूठा फैलाव होगा।“
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सत्यजीत कृष्णन (फ़ोटो: भरत तिवारी) |
इस कर्टेन रेसर के सह आयोजक होटल ताजमहल के जनरल मैनेजर सत्यजीत कृष्णन ने जेएलएफ से अपने जुड़ाव पर खुश होते हुए कहा – “मेरे लिए ये साहित्य से जुड़ने का सालाना अवसर होता है, होटल ताजमहल को इस बात पर गर्व है कि साहित्य से जुड़े बहुत सारे आयोजन हमारे होटल में हो रहे होते हैं।“
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अरुंधति सुब्रमण्यम (फ़ोटो: भरत तिवारी) |
साहित्योत्सव के मुख्य आयोजक ज़ी एंटरटेनमेंट इंटरप्राइजेज के मुख्य व्यापार अधिकारी सुनील बुच ने कहा —
टीवी के कारण लोग साहित्य से दूर हो रहे हैं।
जेएलएफ@मेलबोर्न
ऑस्ट्रेलिया के उप उच्चायुक्त क्रिस एल्सटॉफ्ट ने आयोजन में एक महत्वपूर्ण घोषणा की –अगले वर्ष फरवरी से मेलबोर्न राइटर्स फेस्टिवल और जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल मिल कर जेएलएफ@मेलबोर्न का आयोजन शुरू कर रहे हैं।मेलबोर्न के विख्यात फेडचौक में होने वाला यह आयोजन संस्कृति, प्रवास, पहचान और लैंगिक मुद्दों, राजनीति, पर्यावरण, पर्यटन और इतिहास की एक खोज होगा, जिसमें भारत और ऑस्ट्रेलिया के अंतर्राष्ट्रीय स्तर के लेखक व विचारक शामिल होंगे। ज्ञात रहे ब्रिटेन व अमरीका में जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल पहले ही हो रहे हैं।
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ऑस्ट्रेलिया के उप उच्चायुक्त क्रिस एल्सटॉफ्ट टीमवर्क एंटरटेनमेंट के निदेशक और जेएलएफ के सह-आयोजक संजॉय राय (फ़ोटो: भरत तिवारी) |
भारत व विदेशों में भारतीय कला और संस्कृति के प्रचार लिए काम करने वाली संस्था टीमवर्क एंटरटेनमेंट के निदेशक और जेएलएफ के सह-आयोजक संजॉय राय ने आगंतुकों का स्वागत किया और बताया कि
जयपुर साहित्योत्सव के तीन अडिग स्तम्भ हैं – चर्चा के लिए मंच उपलब्ध करना, ज्ञान को सुलभ बनाना और आगंतुकों में भेदभाव न रखना।
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हरप्रीत सिंह (फ़ोटो: भरत तिवारी) |
संगीत और कविता पाठ के कार्यक्रम ‘भक्ति: लचीलापन, प्रतिरोध और अनुनाद’ में अरुंधति सुब्रमण्यम और एच एस शिवप्रकाश ने कविताओं, हरप्रीत सिंह ने सूफी गायन और पार्वती बाउल ने अपने संगीतमय नृत्य-गायन से शाम को और सजाया।
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पार्वती बाउल (फ़ोटो: भरत तिवारी) |
— भरत तिवारी
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