बल्देव भाई शर्मा, चित्रा मुदगल और राहुल देव #हिंदी_सेवी_सम्‍मान में शामिल



राहुल देव को गणेश शंकर विद्यार्थी पुरस्कार

बल्देव भाई शर्मा, चित्रा मुदगल और राहुल देव #हिंदी_सेवी_सम्‍मान में शामिल

केंद्रीय हिंदी संस्थान की अखिल भारतीय हिंदी सेवी सम्मान योजना के तहत 2015 के लिए मुख्यालय आगरा में केंद्रीय हिंदी शिक्षण मंडल के उपाध्यक्ष डॉ. कमल किशोर गोयनका की अध्यक्षता में सचिव प्रो. नंद किशोर पांडेय ने हिंदी सेवी सम्‍मान  से सम्मानित किये जाने वाले विद्वानों के नामों की घोषणा कर दी है। 

पुरस्कार राशि  एक लाख रुपये से बढ़ाकर पांच लाख रुपये 
विगत वर्षों से सात अलग अलग पुरस्कार श्रेणियों के तहत विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले 14 हिंदी सेवी विद्वानों को प्रति वर्ष राष्ट्रपति द्वारा एक लाख रुपये, शॉल और प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया जाता रहा है जिसका विस्तार करते हुए साल 2015 से 12 पुरस्कार श्रेणियों के तहत विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले 26 हिंदी सेवी विद्वानों को पुरस्कृत करने का निर्णय मंडल की शासी परिषद ने लिया। कुलसचिव बीना शर्मा ने बताया कि साल 2015 में इस राशि को बढ़ाकर पांच लाख कर दिया गया।


साल 2015 के पुरस्कारों से सम्मानित होने वाले विद्वानों की सूची 

गंगाशरण सिंह पुरस्कार 

प्रो. एस शेषारत्नम, विशाखापट्टनम
डॉ. एम गोविंद राजन, चेन्नई
प्रो. हरमहेंद्र सिंह बेदी, अमृतसर
प्रो. एच सुबदनी देवी, इंफाल

गणेश शंकर विद्यार्थी पुरस्कार 

बल्देव भाई शर्मा, गाजियाबाद
राहुल देव, गुरुग्राम



आत्माराम पुरस्कार 

डॉ. गिरीश चंद्र सक्सेना, आगरा
डॉ. फणी भूषण दास, बिहार

सुब्रह्मण्य भारती पुरस्कार

प्रो. सूर्य प्रसाद दीक्षित, लखनऊ
चंद्रकांता, गुरुग्राम

महापंडित राहुल सांकृत्यायन पुरस्कार 

चित्रा मुदगल, दिल्ली
डॉ. जयप्रकाश कर्दम, दिल्ली

डॉ. जार्ज ग्रियर्सन पुरस्कार 

प्रो. ताकेशी फुजिड, जापान
प्रो. गब्रिइलानिक इलिएवा, न्यूयार्क

पदमभूषण डॉ. मोटूरि सत्यनारायण पुरस्कार 

डॉ. पुष्पिता अवस्थी, नीदरलैंड
डॉ. पदमेश गुप्त, लंदन

सरदार बल्लभ भाई पटेल पुरस्कार

डॉ. बीआर छीपा, बीकानेर
दयाप्रकाश सिंहा, नोएडा

दीनदयाल पुरस्कार

डॉ. महेश चंद्र शर्मा, राजस्थान
डॉ. राकेश सिंहा, दिल्ली

स्वामी विवेकानन्द पुरस्कार 

श्रीधर गोविंद पराड़कर, ग्वालियर
श्रीरंजन सूरिदेव, पटना

पंडित मदन मोहन मालवीय पुरस्कार 

प्रो. नित्यानंद पांडेय, सिल्चर असम
प्रो. जेपी सिंघल, जयपुर

राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन पुरस्कार 

प्रो. शिवदत्त शर्मा, अल्मोड़ा
अशोक कुमार शर्मा, जयपुर


(ये लेखक के अपने विचार हैं।)
००००००००००००००००

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

ये पढ़ी हैं आपने?

काली-पीली सरसों | ज्योति श्रीवास्तव की हिंदी कहानी | Shabdankan
बारहमासा | लोक जीवन और ऋतु गीतों की कविताएं – डॉ. सोनी पाण्डेय
चित्तकोबरा क्या है? पढ़िए मृदुला गर्ग के उपन्यास का अंश - कुछ क्षण अँधेरा और पल सकता है | Chitkobra Upanyas - Mridula Garg
मैत्रेयी पुष्पा की कहानियाँ — 'पगला गई है भागवती!...'
Harvard, Columbia, Yale, Stanford, Tufts and other US university student & alumni STATEMENT ON POLICE BRUTALITY ON UNIVERSITY CAMPUSES
Hindi Story आय विल कॉल यू! — मोबाइल फोन, सेक्स और रूपा सिंह की हिंदी कहानी
 प्रेमचंद के फटे जूते — हरिशंकर परसाई Premchand ke phate joote hindi premchand ki kahani
तू तौ वहां रह्यौ ऐ, कहानी सुनाय सकै जामिआ की — अशोक चक्रधर | #जामिया
ईदगाह: मुंशी प्रेमचंद की अमर कहानी | Idgah by Munshi Premchand for Eid 2025
मन्नू भंडारी की कहानी — 'रानी माँ का चबूतरा' | Manu Bhandari Short Story in Hindi - 'Rani Maa ka Chabutra'