हम नहीं चंगे बुरा न कोय “पल्प फिक्शन”, 2004 के इकॉनोमिक टाइम्स में यह आर्टिकल छपा था, शायद वह पहली दफा था जब मैंने अपने लड़कपन के प्रिय…
दारा शिकोह का पुस्तकालय और औरंगज़ेब के आंसू! — बोधिसत्व शाहजहां जब बादशाह था उसके बड़े बेटे दारा शिकोह ने अपने लिए एक पुस्तकालय ब…
नेमि शती 1919-2019 समारोह, हिंदी, साहित्य, नाट्य और संगीत प्रेमियों के लिए! यह वर्ष प्रख्यात साहित्य-कलाकर्मी स्व० नेमिचन्द्र जैन की जन…
बस 2 मिनट बोलो :: असग़र वजाहत बस 2 मिनट बोलो 2 मिनट में अपना सारा दुख सुख अपनी व्यथा अपना दर्द अपना भूत और अपना भविष्य कह डालो 2 …