नृत्य का संसार कलाओं में बेहद ऊंचा है। हम अधिकतर उसकी बाहरी काया को तो देख पा रहे होते हैं शायद इस बात से अज्ञान की नृत्य की रूह में संसार का रचयिता…
आगे पढ़ें »कला परख आलोक पराड़कर कला की भी एक सत्ता हो, शब्दों की भी एक दुनिया हो — देव प्रकाश चौधरी देश विदेश के महत्वपूर्ण प्रकाशकों के लिए…
आगे पढ़ें »विदग्ध रंगमय आकाश में एक सलेटी चन्द्रमा मनोज कचंगल की कला में उपस्थित जिस तत्त्व ने मुझे शुरू से आकर्षित किया, वह है - विनम्र सादगी। मनोज के च…
आगे पढ़ें »हद्द बेशरम हो तुम, जब बच्चे छोटे थे तो कभी गोदी में बिठाया तुमने? आज बड़े आये ह…
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