निदा फ़ाज़ली की शायरी से इतर — अब कहाँ दूसरे के दुख से दुखी होने वाले गर्मी है. बच्चों की छुट्टी है. आज सूरज को दिल्ली को ४० डिग्री के ऊ…
निदा फाजली वो रूप था या रंग था, हर पल जो मेरे संग था मैंने कहा तू कौन है, उसने कहा तेरी नज़र दांये से बाएं साहित्य अकादमी अध्यक्ष विश्वनाथ प्…