कहानी सुरंग अशोक गुप्ता शहर के इस महंगे नर्सिंग होम में जो मरीज़ अंतिम साँसें ले रहा है, वह मैं हूँ। कोमा में आ गया हूँ। मौत अ…
युवा लेखिका समृद्धि शर्मा की पहली कहानी पता है अभि लड़कियाँ नदियों की तरह होती है, जिसे छू कर हर कोई गुजर जाना चाहता है, अपनी गंदगी नदियों मे…
सती से पार्वती तक ! — विजय कुमार ॐ गणपतये नम: भगवान शिव की कथा लिखना ! मुझ जैसे मामूली से इंसान के बस की बात नहीं है। ये मेरी सिर्फ…
Happy birthday Gulzar sahab धुआँ — गुलजार बात सुलगी तो बहुत धीरे से थी, लेकिन देखते ही देखते पूरे कस्बे में 'धुआँ' भर …
Sita Ram aur Ravana - Hindi Kahani Hrishikesh Sulabh वर्तमान समय के मेरे सबसे प्रिय कहानीकार हृषीकेश सुलभ की कथा शैली सुन्दर स्वप्न की…
गोमा हँसती है - मैत्रेयी पुष्पा (हंस, अगस्त 1995 में प्रकाशित लम्बी कहानी ) कातिक के महीने में भी इस दगरे में सूखी रेत! साइकिल…