मेरे नारी चरित्र सुन्दर होते नहीं, सुन्दर प्रतीत होते हैं - मनीषा कुलश्रेष्ठ
हंस फरवरी 2013 "हिंदी सिनेमा के सौ साल"
वक्त रहते - जनसत्ता, चौपाल - भरत तिवारी
अशोक गुप्ता: कहानी - चाँद पर बुढिया
बात और बतंगड़ - सम्पादकीय जनसत्ता
बादल की घुड़की और बारिश की नादानियाँ - डॉ. सुनीता
"युद्ध नहीं" -  ओम थानवी

ये पढ़ी हैं आपने?

कहानी ... प्लीज मम्मी, किल मी ! - प्रेम भारद्वाज
Hindi Story: कोई रिश्ता ना होगा तब — नीलिमा शर्मा की कहानी
विडियो में कविता: कौन जो बतलाये सच  — गिरधर राठी
इरफ़ान ख़ान, गहरी आंखों और समंदर-सी प्रतिभा वाला कलाकार  — यूनुस ख़ान
Hindi Story आय विल कॉल यू! — मोबाइल फोन, सेक्स और रूपा सिंह की हिंदी कहानी
हमारी ब्रा के स्ट्रैप देखकर तुम्हारी नसें क्यों तन जाती हैं ‘भाई’? — सिंधुवासिनी
दो कवितायेँ - वत्सला पाण्डेय
ब्रिटेन में हिन्दी कविता कार्यशाला - तेजेंद्र शर्मा
कोरोना से पहले भी संक्रामक बीमारी से जूझी है ब्रिटिश दिल्ली —  नलिन चौहान
गिरिराज किशोर : स्मृतियां और अवदान — रवीन्द्र त्रिपाठी