चौं रे चम्पू उल्लू ने सूरज पर मुकदमा किया —अशोक चक्रधर —चौं रे चम्पू! उल्लू, गधा, कुत्ता, जे गारी ऐं का? —ये प्रेमपूर्ण गालियां हैं। वैसे…
आगे पढ़ें »तमंचे पर डिस्को - प्रेम भारद्वाज एक फिल्म है ‘बुलेट राजा’। उसके एक गीत की पंक्ति है, ‘तमंचे पर डिस्को।’ गाना लोकप्रिय और बाजारू है, लेकिन यह मुझे जम…
आगे पढ़ें »यह बात सही है कि मौसम का असर जनजीवन पर पड़ता है और लोग सिकुड़ने लगते हैं लेकिन विचारों और विमर्श का सिकुड़ना चिंता का सबब होता है । दिल्ली का वि…
आगे पढ़ें »विसर्जन से पहले सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक' प्रवासी दुकानों पर अभी भी अंतिम संस्कार का सामान आना शुरू नहीं हुआ है. शायद इसलिए क्य…
आगे पढ़ें »ऐसा तो नहीं कि मर्दवादी मानसिकता से लड़ते लड़ते हम खुद उसके शिकार हो गए हैं पहले लड़कियों की ड्रेस को लेकर, फिर उसकी देह को लेकर और अब उसके लेखन…
आगे पढ़ें »रंडागिरी -विभा रानी ‘अपुन को तो ये अक्खा दुनिया ही रंडा नजर आती है। अपुन रंडी, वो रंडा! अपुन की रंडीगिरी तो उनका रंडागिरी!’ डिम्पल उनिया…
आगे पढ़ें »राकेश कुमार सिंह की कविता "पत्थर भी पहचान लिया करती थी" ऐ समन्दर, सुनो, एक बात सुनो सोच रहा हूं बहुत लिपटे हैं तुमसे मैं भी लिपट …
आगे पढ़ें »साहित्य मंच पर तिनका तिनका तिहाड़ फरवरी 20, 2014, तिनका तिनका तिहाड़ की गूंज आज प्रगति मैदान में खूब सुनाई दी। अवसर था - ऩई दिल्ली विश्व पुस्तक …
आगे पढ़ें »कोलकाता में रहने वाले विमलेश त्रिपाठी , परमाणु ऊर्जा विभाग के एक यूनिट में सहायक निदेशक (राजभाषा) के पद पर कार्यरत हैं। इनका जन्म बक्सर, बिहार के ए…
आगे पढ़ें »१३ जून १९३७ को वजीराबाद में जन्में, श्री प्राण शर्मा ब्रिटेन मे बसे भारतीय मूल के हिंदी लेखक है। दिल्ली विश्वविद्यालय से एम ए बी एड प्राण शर्मा क…
आगे पढ़ें »हद्द बेशरम हो तुम, जब बच्चे छोटे थे तो कभी गोदी में बिठाया तुमने? आज बड़े आये ह…
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