छवि कई बार सुरक्षा कवच भी बन जाती है, खासकर स्त्रियों के मामले में। वह हंसती है …
आगे पढ़ें »कफन : एक पाठ अमिताभ राय ‘ कफ़न ’ प्रेमचंद की ही नहीं, हिन्दी की भी सर्वश्रेष्ठ कहानियों में समादृत है । सन् 1936 में इसका लेखन प्रेमचंद ने …
आगे पढ़ें »श्रद्धाजंलि वह निर्छद्म हंसी रूपसिंह चन्देल कुछ लेखक डॉ. सिंह से इस बात से भी खफा थे कि वह उनके आत्मकथा लेखन का विरोध करते थे. डॉ. तेज सिं…
आगे पढ़ें »संस्कृति अब किसी भयानक अपराध कथा में बदलने लगी है अजित राय शर्मिला चटर्जी का बस इतना ही कसूर था कि उन्होंने फ्रांस के नीस शहर में एक पंजाबी…
आगे पढ़ें »कहानी अभिमन्यु की भ्रूण हत्या विभा रानी बच्ची की दस्तक से माँ की नींद उचट गई। वह अब इस दस्तक से घबरा गई थी और इससे निजात पाना चाहती थी।…
आगे पढ़ें »कवितायें विभा रानी आ ज नहीं खेली होली! आज नहीं खेली होली पर पूरियां बेलीं भरी कचौरियां - हरे मटर की काटी थोड़ी सब्जियां, रिश…
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Vandana Rag
हद्द बेशरम हो तुम, जब बच्चे छोटे थे तो कभी गोदी में बिठाया तुमने? आज बड़े आये ह…
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