क्रांतिकारी पार्टी के सामने चुनौतियां अरुण माहेश्वरी आज किसानों की जमीन को पूंजीपतियों की लोलुपता से बचाने की चिंता प्रमुख है। सीपी…
आगे पढ़ें »कहाँ है स्त्री भाषा शब्दांकन गत वर्ष की तरह विश्व पुस्तक मेले में ‘शब्दांकन’ को ‘राष्ट्रीय पुस्तक न्यास’ ने ‘साहित्य मंच’ पर स्थान दिया जिसम…
आगे पढ़ें »सौंदर्य के प्रतिमान जनसत्ता पिछले हफ्ते राज्यसभा में बीमा क्षेत्र में विदेशी निवेश की सीमा छब्बीस फीसद से बढ़ा कर उनचास फीसद करने के लिए पे…
आगे पढ़ें »व्यापारी भी इंसान है सुशील जायसवाल उत्तर प्रदेश के अतिमहत्वपूर्ण जनपद फैजाबाद में अराजकता आख़िर क्यों बढ़ रही है। हाल में ही हुई तीन व्याप…
आगे पढ़ें »अँधेरे अरण्य के बीच पूनम सिन्हा जब अठारहवीं शताब्दी के अंत में जर्मनी का समूचा समाज सड़ांध मार रहा था तो बेहतरी की एकमात्र आशा देश के साहित्य …
आगे पढ़ें »खुद से दूर जाना कुछ न करते हुए बैठे रहना घंटों तक सिर्फ शोर सुनते हुए लहरों का भूल जाना अच्छी बुरी हर याद को बहा देना नमकीन पानी में…
आगे पढ़ें »संयुक्त, बड़े परिवारों में स्त्रियां अपने एकमात्र बहुमूल्य जीवन की आहुति दे देतीं हैं। मेरे पिता अक्सर कहा करते थे कि लड़की का ब्याह जितने ही ऊंचे घ…
आगे पढ़ें »कहानी बनाना रिपब्लिक शिवमूर्ति ठाकुर के दालान से निकला तो उसका दिल धाड़-धाड़ कर रहा था। इतनी खुशी वह कैसे सँभाले? कहाँ रखे? घुप्प अँधे…
आगे पढ़ें »हद्द बेशरम हो तुम, जब बच्चे छोटे थे तो कभी गोदी में बिठाया तुमने? आज बड़े आये ह…
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