नए कबीर की खोज में - डॉ॰ रमा description सच कहूँ तो यह उपन्यास मेरे पास समीक्षा के उद्देश्य से आया ही नहीं था। किसी ने यह कहकर कर प…
आगे पढ़ें »अल्पना मिश्र, वंदना राग, मनीषा कुलश्रेष्ठ, शरद सिहं और इंदिरा दागीं बेहतर लिख रही हैं - चित्रा मुद्गल चित्रा मुद्गल जी का ‘सामयिक सरस्वत…
आगे पढ़ें »कितना आसान होता है - किसी कहानी को दौड़ते-हुए पढ़ जाना और फिर उसे खारिज़ या बहुत-अच्छी-कहानी कह देना. वादा कीजिये - कहानी को भागते-भूगते नहीं पढ़ेंग…
आगे पढ़ें »साहित्य में अश्लीलता - अनंत विजय साहित्य में भाषा का सवाल गाहे बगाहे उठता रहा है । जब भी कोई ऐसी कृति आती है जिसमें भाषा की स्थापित म…
आगे पढ़ें »डियर पापा ~ आकांक्षा पारे पापा जी एक बड़ा वाला किस्सू आपके लिए। आप सोच रहे होंगे मैं इतना बड़ा हो गया हूं फिर भी आपको किस्सू कर र…
आगे पढ़ें »विडिओ: शकूरबस्ती टाइम्स नाउ NEW DELHI: A 25-year-old lies writhing in pain in the cold with nothing other than a thin blanket to s…
आगे पढ़ें »हर जगह की तरह पटना पुस्तक मेले में भी पाखी संपादक प्रेम भारद्वाज अपनी छाप छोड़ना नहीं भूले. बिहार के प्रेम भरद्वाज के कल और आज में एक बड़ा परिवर्त…
आगे पढ़ें »हद्द बेशरम हो तुम, जब बच्चे छोटे थे तो कभी गोदी में बिठाया तुमने? आज बड़े आये ह…
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