image: Guan Wei, The Journey to Australia (detail), 2013, installation view, Museum of Contemporary Art Australa, image courtesy and © the ar…
आगे पढ़ें »सच की अनदेखी, सुरक्षा से समझौता — राजदीप सरदेसाई ‘ आप कहां खड़े हैं, यह इससे तय होता है कि आप बैठे कहां हैं ,’ कांग्रेस सांसद शश…
आगे पढ़ें »गाँधी मार्ग की कठिन चुनौतियाँ डॉ. ज्योतिष जोशी गाँधी को याद करना जैसे देह के भीतर अपनी आत्मा को निहारना है आज जब पूरे विश्व मे…
आगे पढ़ें »प्रवासी फिल्म प्रवासी भारतीय फिल्म वर्तमान दौर में डायस्पोरिक सिनेमा — सक्षम द्विवेदी प्रवासन एक ऐसी प्रक्रिया है जो क…
आगे पढ़ें »Hindi Kahani by Pratyaksha बलमवा तुम क्या जानो प्रीत कहीं मकान के पेट से ये आवाज़ अँधेरे को चीरती तीखेपन से पहुँचती । बूढ़ा उठ कर पिछवा…
आगे पढ़ें »Need one more Renaissance - Anuj एक रिनेशां (Renaissance) और चाहिए - विंची को याद करते हुए — अनुज इतिहासकारों का स्वाभाविक शगल अभी…
आगे पढ़ें »‘गाइड’ के दृश्य का दोहराव क्यों? — शेखर गुप्ता यदि आपने देव आनंद की 1965 की क्लासिक फिल्म ‘गाइड’ देखी हो तो टीवी स्क्रीन पर सू…
आगे पढ़ें »हद्द बेशरम हो तुम, जब बच्चे छोटे थे तो कभी गोदी में बिठाया तुमने? आज बड़े आये ह…
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