'मोनिका फिर याद आई' सौभाग्य से, चंद रोज़ पहले ही एक कहानी-पाठ में इसे लेखिका के मुख से सुना. कहानी के बारे में सिर्फ इतना ही कहुंगा कि अ…
आगे पढ़ें »हम एक ऐसी जानलेवा भीड़ को मान्यता दे रहे हैं जिसकी चपेट में बारी बारी से सब आने वाले हैं ~ रवीश कुमार मेरा सवाल आपसे हैं, आपसे पूछ रहा …
आगे पढ़ें »14 सितंबर को मनाए गए हिन्दी दिवस के अवसर पर मास्को में एक त्रैमासिक हिन्दी पत्रिका "नई दिशा" का पहला अंक निकाला गया। इस पत्रिका…
आगे पढ़ें »‘रंग राची’ के बहाने स्त्री संघर्ष की दास्तां ~ शशांक मिश्र भारतीय परिप्रेक्ष्य में ऐतिहासिक और साहित्यिक रूप से मध्यकाल का बहुत महत्व …
आगे पढ़ें »साहित्य निरन्तर जीने की प्रेरणा देता है ... बीते दिनों फैजाबाद के प्रेस क्लब में आयोजित सम्मान समारोह में विजय रंजन को प्रथम 'आपस सम्…
आगे पढ़ें »हिन्दी दिवस के मौके पर सोमवार 14, सितम्बर को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने वरिष्ठ कथाकार काशीनाथ सिंह को ‘भारत-भारती सम्मान’ स…
आगे पढ़ें »डर ~ सपना सिंह "एक लड़की का जन्म लिया है तो उम्र भर सिर्फ ‘बचने’ की सोचो अपने आपको सुरक…
आगे पढ़ें »हद्द बेशरम हो तुम, जब बच्चे छोटे थे तो कभी गोदी में बिठाया तुमने? आज बड़े आये ह…
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