निरन्तर अन्तर्यात्रा की कविता — प्रभात त्रिपाठी समीक्षा ‘जहाँ होना लिखा है तुम्हारा’ अभी मैं इसी पर सोच रहा हूँ। मैं अपने सोचने को ह…
ना जाने क्या मेरे मन में समाई जो मैंने उबर पूल मंगाई... Sarvapriya Sangwan ...बैठे ही थे कि एक दूसरी सवारी की रिक्वेस्ट आ गयी। अब उसक…
कटघरे में अभिव्यक्ति — अभिसार शर्मा चोटिल हूँ, लिहाजा कुछ दिनों से लिख नहीं पा रहा हूँ। हाथ टूट गया है। बडी हिम्मत करके कुछ लिख रहा…
इफ आई वर अ मुस्लिम — बरखा दत्त / अंग्रेज़ी से हिंदी अनुवाद: भरत तिवारी बरखा दत्त ने पिछले दिनों ‘द वीक’ के अपने सम्पादकीय लेख ‘…
Left photo of Priya Pal Singh on facebook and right a photo of Indira Gandhi from internet. Return of India Gandhi प्रितपाल कौर ऑन …
हिन्दुस्तान के अलावा किसी कश्मीरियत का कोई मायने ही नहीं है तरुण विजय जो कश्मीरी मुस्लिम नेता अमरनाथ यात्रियों के लिए एक इंच जमीन भी न…
मंगलेश डबराल का अग्निशेखर को खुला पत्र अपनी फेसबुक वाल पर अग्निशेखर मुझसे सवाल करते चले आ रहे हैं, जिनमें वामपंथी बुद्धिजीवियों की भी…
मृणाल पाण्डे 2017 के लिये एक नीति कथा जीएसटी...इस तामझाम में खर्च हुए जन-धन जैसे मुद्दे भले कुछ दिन में बिला जायें, पर तय है कि देश 2…
आखिर कौन से आंतरिक या बाहरी दबाव है जिनकी चुनौती से हमारी पुरानी परम्परा, सनातन शिखर समतल मैदान में बदल जाएंगे। क्या सचमुच? — कृष्णा सोबती …
बेशक, अखलाक की हत्या अखिलेश के राज में हुई थी, मगर हत्यारों और आरोपियों का महिमामंडन आपके नेताओं और केंद्र के मंत्रियों ने किया था... — अभिसार श…
Photo (c) Bharat Tiwari कृष्णा सोबती की कविता वैदिक है क्रान्ति क्रान्ति क्रान्ति भारत में क्रान्ति नहीं है यह कोई…