मुझे इस उपन्यास के शिल्प ने मुख्य रूप से आकर्षित किया
शिल्प का बहुत सधा हुआ इस्तेमाल किया है
दूरदर्शन के कार्यक्रम सुबह सवेरे में प्रो० नामवर सिंह, अलका सरावगी के उपन्यास 'जानकीदास तेजपाल मैनशन' की समीक्षा करते हुए कहते हैं , "
मुझे इस उपन्यास के शिल्प ने मुख्य रूप से आकर्षित किया... , जिस तरह कथानक का कलात्मक ढांचा बनता है (वह) कथा-साहित्य में नया प्रयोग करने की कोशिश है, वरना आदि, मध्य और अंत के रूप में कथा कहने वाले उपन्यास भरे पड़े हैं..."
0 टिप्पणियाँ