तेरह बरस की लड़की | हकलाहट के सच्चिदानंदन की दो कवितायेँ प्रकाश के रे मलयालम साहित्य में मॉडर्निज़्म के सशक्त हस्ताक्षर किय्यमपरम्…
आगे पढ़ें »इनकम टैक्स विभाग, वित्त मंत्रालय के अंतर्गत ही आता है ना? बनाना रिपब्लिक है क्या? लेफ्ट हाथ को नहीं पता के राइट हाथ क्या कर रहा है? गज़ब ह…
आगे पढ़ें »नीरव मोदीजी, भारत आने से न डरें। आपकी रिश्तेदारी ही इस कमाल की है कि हाथ लगाने में हुज़ूर के हाथ कांप जाएंगे। हमारे मेहुल भाई तो यहीं हैं, उ…
आगे पढ़ें »मृणाल पांडे के उपन्यास का अंश कहते हैं ऐसा लिखिए जो पहले न लिखा गया हो, जो बिलकुल नया हो...इस कहे को सुने तो सारा हिंदी-साहित्य-वर्ग है ल…
आगे पढ़ें »पारुल पुखराज की कविताएँ बातूनी और अति-आग्रही न हो कर पारुल पुखराज की कविताएँ अवकाश को स्वयं रचे जाने का स्थान देती हैं। उनका शब…
आगे पढ़ें »जेएलऍफ़ में रोमांटिक उपन्यास 'लास्ट ईमेल' और मृदुला गर्ग जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में मृदुलाजी के कार्यक्रम पर यह छोटी टिप्पणी में ह…
आगे पढ़ें »हँसी तो औरत... ? देवदत्त पट्टनायक के अंग्रेजी लेख 'The laughter of women' का हिंदी अनुवाद: भरत तिवारी हँसती स्त्रियों के इ…
आगे पढ़ें »पटेल ने पूरे देश को जोड़ने का काम किया था मोदीजी, वो किसी भी सूरत मे संघ के Mascot या आदर्श नहीं हो सकते — अभिसार शर्मा मोदीज…
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