क्या ही विडंबना है आज अंतत: दोनो जगह (भारत और पाकिस्तान) अंग्रेज़ी महारानी का ताज पहन कर सत्ता, रुतबे और महत्वाकांक्षा का प्रतीक बन राजकाज …
पत्रकारिता की भाषा ~ राहुल देव हिन्दी सहित सारी भारतीय भाषाओं को बचाने का काम पत्रकारिता से बेहतर शायद कोई नहीं कर सकता। क्योंकि भाषाओं को…
भाषाई अराजकता के अपराधी ~ सन्त समीर आश्चर्य की ही बात है कि अपने ढाई हज़ार चिह्ननुमा अक्षरों के साथ चीनी भाषा निरन्तर विकसित हो रही है, जापा…