कहानी इनसानी नस्ल नासिरा शर्मा खिड़की से घुसती गरम हवा अपने साथ पत्तियाँ-तिनके और सूखी, बेकार की चीज़ें उड़ाकर ला रही थी। ट्रेन लू के थपेड़ों क…
आगे पढ़ें »जिंदा मुहावरे - नासिरा शर्मा Zinda Muhavare by Nasera Sharma 'जिंदा मुहावरे' नासिरा शर्मा जी की एक महत्वपूर्ण उपन्यासिका है, जिस…
आगे पढ़ें »हद्द बेशरम हो तुम, जब बच्चे छोटे थे तो कभी गोदी में बिठाया तुमने? आज बड़े आये ह…
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