मृदुला गर्गजी की कहानियों का संग्रह ‘सम्पूर्ण कहानियाँ’ राजकमल प्रकाशन से आया है। उसकी भूमिका में मृदुलाजी ने कहानियों, उपन्यासों की रचनाप्रक्रिया क…
हिंदी में कला आलोचना की कोई दिशा नहीं रह गई है हिंदी में कला पर किताबें सुंदर ढंग से नहीं छपती “हिंदी में कला आलोचना इतनी बोझिल होती है…
किसी को साम्प्रदायिक कहने का मतलब है एक अंतहीन बहस निमंत्रित करना — अभय कुमार दुबे अभय कुमार दुबे की किताब 'सेकुलर/सांप्रद…
पुस्तक समीक्षा साहित्य और समाज के लोकतान्त्रिककरण की प्रक्रिया का नया आख्यान ‘मुस्लिम विमर्श : साहित्य के आईने में’ एम. फिरोज खान की नई …
जगजीत एक बोछार था वो ... गुलज़ार एक बोछार था वो शख्स, …
चर्चा में दो किताबें गोधरा दंगों के बाद मोदी पर दो लेखकों के विरोधाभासी तर्क ------------------------------------------------- दो क…
अनुभूत मनोदशाओं का एक दस्तावेज़ "पराया देश" देवी नागरानी प्राण शर्मा हिंदी के लोकप्रिय कवि और लेखक हैं, गीत एवम ग़ज़ल के जाने माने ह…