अच्छा हुआ कि मित्र विवेक मिश्र से उनका मन्नूजी वाला यह इंटरव्यू मांग लिया। यह दरअसल एक टिपिकल इंटरव्यू नहीं है इसमें मन्नू भंडारीजी ने कई बातों का ख…
'जन्म-जन्मांतर', विवेक मिश्र के उपन्यास का अंश तेज गति वाले उपन्यास मुझे पसंद आते हैं। वह उपन्यास भी जो बहुत लंबे नहीं होते लेकिन, जिनकी पकड़…
रेणुरंग: फणीश्वरनाथ रेणु की जन्मशती पर 10 चर्चित कहानियों का पुनर्पाठ. शब्दांकन और मैला आँचल ग्रुप की प्रस्तुति. रसप्रिया हज़ारों लो…
आँखों के आगे छाते अंधेरे से बाहर निकलने के लिए, फ़र्श पर पड़ी पुरानी, अधजली बीड़ी को फिर से जला लिया, पर पहला कश खींचते ही खांसी का ऐसा धसका उठा …
रमाकांत स्मृति कहानी पुरस्कार 2016 सम्मानित कथाकार विवेक मिश्रा (फ़ोटो © भरत तिवारी) बेशक हिंदी साहित्य की दुनिया में …
वैदिक हिंसा हिंसा न भवति – राजेन्द्र यादव (हंस जुलाई २०१३ से साभार) पिछले दिनों छतीसगढ़ में कांग्रेस के सरकारी नेताओं के एक दल पर नक्सलवादि…
सदना ने एफ. आई. आर. की कापी को फाड़कर उसके अनगिनत टुकड़े कर दिए। ऐसा करते हुए उसकी छाती और गले को खरोंचकर निकली आवाज़ ने लोगों के कान फाड़ दिए थे…