1- टूटता पुल सफर के साथी ने संघर्ष में साथ छोड़ दिया बेरहम दर्द के बिस्तर पर लेटे-लेटे एक नादां मुहब्बत ने दम तोड़ दिया यह गुमा था खु…
आगे पढ़ें »जनसत्ता के संपादक ओम थानवी जी बीते दिनों पाकिस्तान गए थे । पाकिस्तान में वो ठीक उसी समय थे, जब भारतीय सैनिकों के सर काटे जाने की घटना हुई । अपने …
आगे पढ़ें »“पांच मिनट का इन्तज़ार तुमको इतना लम्बा लगा? यहां तो एक ज़िन्दगी ही निकल गई! ” टेलिफ़ोन की घन्टी फिर बज रही है। अवतार सिंह टेलिफ़ोन की…
आगे पढ़ें »16 जनवरी की शाम एक खूबसूरत शाम थी, इसे खूबसूरत बनाया सुश्री ज़किया ज़ुबेरी जी , श्री तेजेंद्र शर्मा जी और साहित्य अकादमी , नई दिल्ली ने और…
आगे पढ़ें »सूखे पत्ते हरे-हरे पत्ते जिनसे सजती है टहनियाँ फिर ये ही पत्ते सूखकर टूटकर बिखर जाते हैं टूटे पत्तों का गिरना धरा पर है मात्र एक प्रक्र…
आगे पढ़ें »हद्द बेशरम हो तुम, जब बच्चे छोटे थे तो कभी गोदी में बिठाया तुमने? आज बड़े आये ह…
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