१३ जून १९३७ को वजीराबाद में जन्में, श्री प्राण शर्मा ब्रिटेन मे बसे भारतीय मूल के हिंदी लेखक है। दिल्ली विश्वविद्यालय से एम ए बी एड प्राण शर्मा कॉ…
आगे पढ़ें »देश क्या छोड़ा तड़ी पार हो गए ...सुधा ओम ढींगरा सुधा जी, भारत में आपने मुख्य रूप से पत्रकार के रूप में काम किया, जबकि अमेरिका में साहित्यक…
आगे पढ़ें »1. गोरी गोरी बईयाँ- भजन 2. मोरी बिनती मानो कान्हा रे- भजन 3. मन की मन- ग़ज़ल 4. चेतना है तो चेत ले- भजन 5. बांगा व…
आगे पढ़ें »ट्यूनेशियाई मूल के फ्रेंच निदेशक अब्दुल लतीफ केचीचे की फिल्म ‘ ब्लू इज द वार्मेस्ट कलर’ को सर्वश्रेष्ठ फिल्म का ‘पाम डि ओर’ पुरस्कार दिए जाने क…
आगे पढ़ें »सहज सरल स्वभाव की विदुषी ज़किया जी को बचपन से ही सृजनात्मक लेखन एवं चित्रकारी में रुचि रही है। आप हिंदी, अंग्रेज़ी एवं उर्दू तीनों भाषाओं में समान…
आगे पढ़ें »बक्सर, बिहार के 76 वर्षीय डॉ० बच्चन पाठक 'सलिल' का लेखन उनके उपनाम सलिल की तरह पानी के समान है, किसी भी विचारधारा से अप्रभावित. 1968 मे…
आगे पढ़ें »कथा यू.के. की नवीनतम साझी कथा गोष्ठी (01 जून 2013) में वरिष्ठ उर्दू कहानीकार मोहसिना जीलानी ने अपनी संवेदनशील कहानी ‘ दरवाज़ा खुला रखना ’ का पाठ…
आगे पढ़ें »आज के समय में सच के लिए लड़ने वाले और निर्भयता से झूठों के चेहरों का पर लगी नक़ाब उतारने इन्सान विरल हैं. राजनीति, पैसा, झूठी शान आदि समाज पर इतन…
आगे पढ़ें »हद्द बेशरम हो तुम, जब बच्चे छोटे थे तो कभी गोदी में बिठाया तुमने? आज बड़े आये ह…
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