एक अलग तरह के सलमान हैं यहां। अपनी छवि से अलग। न मारधाड़ और न कमीज उतारकर अधनंगे बदन खलनायकों की पिटाई करनेवाले ट्यूबलाइट: इस फिल्म में …
जब मीडिया संस्थानों का मालिक कौन है — पता ही नहीं हो, तब नेताओं और उनकी भाड़े की सेनाओं के लिए हमें ‘प्रेस्टीट्यूटस’ कहना आसान हो जाता है। …
!-- itemprop="image" meta itemprop="datePublished" content="2015-02-05T08:00:00+08:00"/--> मोदीजी के नाम कृ…
ब्रिटिश सरकार द्वारा अधिकारिक दस्तावेज़ लंदन ग़ज़ट में तेजेन्द्र शर्मा के नाम की घोषणा की गई। तेजेन्द्र शर्मा को मेंबर ऑफ़ द ऑर्डर ऑफ़ द…
अनन्या वाजपेयी गांधी की ऐसी जरूरत पहले कभी नहीं महसूस हुई — अनन्या वाजपेयी जिस दक्षिणपंथी हिंदू श्रेष्ठवादी पार्टी का शासन — अल्पसंख…
मेरी जब पत्रकारों से मुलाकात होती है वो मुझसे कहते हैं ‘हमें लिखने ही नहीं दिया जा रहा है जो लिखना चाहते हैं’ ‘सच की ताकत’ के ऊपर ‘ताकत …
चतुर बनिया पार्टी ! — कृष्णा सोबती साहित्य अकादमी सम्मानित कृष्णा सोबतीजी 92 वर्ष की युवा हैं. बीते दिनों उनकी तबीयत ठीक नहीं रही और वह…
मैंने राजवंती के गले में उस बूंदे को छूते हुए टोका — “ये बेटे के लिए पहना है न ?” गीताश्री पराई पीर समझने का नतीजा है ‘परिवर्तन’ — गीत…