वो भूली दास्तां ... एक रात हुआ कुछ ऐसा - कि मेरे बिस्तर पर लेटते ही और नींद के आने से पहले, एक नज़्म उतर आई, मेरी इन बंद आँखों में। पहले कुछ …
आगे पढ़ें »बेगाना ताजिर* नासिरा शर्मा * ताजिर = Trader सब कुछ माल की खपत पर होता है । जब ख़रीदार नहीं मिलता तो माल पड़ा रहता है । सारे दरवाज़े बंद मिलत…
आगे पढ़ें »रागदेश 2014 का सबसे बड़ा सवाल, मुसलमान! - क़मर वहीद नक़वी बीजेपी को लगता है कि 'हिन्दुत्व' अब बैसाखी के बजाय बाधा ही है. देश का नया…
आगे पढ़ें »दीप्ति श्री 'पाठक' वर्तमान में 'हिंदी विभाग काशी हिन्दू विश्वविद्यालय', वाराणसी में हिंदी पत्रकारिता 'स्नातकोत्तर' की …
आगे पढ़ें »दैनिक समाचार पत्रों की मुख्यधारा की पत्रकारिता में साहित्य और संस्कृति पर विमर्श और बहस की परंपरा को …
आगे पढ़ें »हद्द बेशरम हो तुम, जब बच्चे छोटे थे तो कभी गोदी में बिठाया तुमने? आज बड़े आये ह…
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