इंडिया टुडे साहित्य वार्षिकी में प्रकाशित आंकाक्षा पारे की कहानी नीम हकीम रक्कू भैया का कहा ब्रहृम वाक्य। ऐसे कैसे टाल दें। तीन दिन…
आगे पढ़ें »योगी, रानी पद्मावती पर मेरा नया ब्लॉग — अभिसार शर्मा एक सरकार, हिंसा करने वाली किसी संस्था का ज़िक्र कर रही है, अपनी बेबसी और नाकामी क…
आगे पढ़ें »दिल्ली में पुख्ता महिला सुरक्षा की मांग को लेकर आप महिला संगठन पहुंचा गृह मंत्रालय दिल्ली महिला संगठन की अध्यक्षा रिचा पांडे मिश्रा …
आगे पढ़ें »लेखन सोच से उपजता है। किसी की सोच, किस तरह के विचार, अनुभव से गुजरती है, और किस तरह कोई उन विचारों, अनुभवों को शब्द दे पाता है, वही उसकी लेखन-क…
आगे पढ़ें »प्रदूषण वाली स्टोरी हर जगह कई बार छप चुकी है। कई संस्थानों से इस पर छोटे—बड़े धुरंधरों ने शोध के लिए रकम भी ऐंठी है। पर हुआ कुछ नहीं। प्रदू…
आगे पढ़ें »The morning and evening sessions are being held at different ghats — Darbhanga Ghat, Chota Nagpur Bageecha and Assi Ghat, and each venue will…
आगे पढ़ें »वह एक एरिया है, जहां से यह अहसास लिया जा सकता है कि गेट पार वाले इलाके में महिलाएं होती हैं। विपश्यना — सत्येंद्र प्रताप सिंह — संस्मरण:…
आगे पढ़ें »
Social Plugin