आपने खूब तस्वीरें खींचीं हमारी - अशोक चक्रधर | Ashok Chakradhar

धन्यवाद प्रिय भरत तिवारी!
आपने खूब तस्वीरें खींचीं हमारी।
काव्य-निशा अच्छी रही।
वासंती बयार खूब बही।

जिन कवियों ने भाग लिया, वे थे-- सर्वश्री बुद्धिनाथ मिश्र (अध्यक्ष), सुरेश ऋतुपर्ण, लालित्य ललित, नरेश शांडिल्य, अनिल मीत,वन्दना गुप्ता, निवेदिता झा, सुनीता सोनू, अलका सिन्हा, आदेश त्यागी, विजय कुमार स्वर्णकार और अनिल जोशी। आपके चक्रधर ने भी थोड़ा रंग जमाया।

संचालक थे 'आधुनिक साहित्य' के सम्पादक आशीष कन्धवे।

सभी कवियों को रोटरी क्लब द्वारा सम्मानित किया गया।

बाद में हुई चाट-पकौड़ी।

भरत तिवारी की वेब-पत्रिका पर जाकर आपको अच्छा लगेगा। अता-पता दे रहा हूं।

www.shabdankan.com

लोकगीत पर आपके प्रयासों को अभी देखूंगा।

एक टिप्पणी भेजें

1 टिप्पणियाँ

ये पढ़ी हैं आपने?

Hindi Story आय विल कॉल यू! — मोबाइल फोन, सेक्स और रूपा सिंह की हिंदी कहानी
गिरिराज किशोर : स्मृतियां और अवदान — रवीन्द्र त्रिपाठी
कोरोना से पहले भी संक्रामक बीमारी से जूझी है ब्रिटिश दिल्ली —  नलिन चौहान
मैत्रेयी पुष्पा की कहानियाँ — 'पगला गई है भागवती!...'
चित्तकोबरा क्या है? पढ़िए मृदुला गर्ग के उपन्यास का अंश - कुछ क्षण अँधेरा और पल सकता है | Chitkobra Upanyas - Mridula Garg
Harvard, Columbia, Yale, Stanford, Tufts and other US university student & alumni STATEMENT ON POLICE BRUTALITY ON UNIVERSITY CAMPUSES
तू तौ वहां रह्यौ ऐ, कहानी सुनाय सकै जामिआ की — अशोक चक्रधर | #जामिया
मन्नू भंडारी: कहानी - एक कहानी यह भी (आत्मकथ्य)  Manu Bhandari - Hindi Kahani - Atmakathy
मन्नू भंडारी की कहानी — 'रानी माँ का चबूतरा' | Manu Bhandari Short Story in Hindi - 'Rani Maa ka Chabutra'
ज़ेहाल-ए-मिस्कीं मकुन तग़ाफ़ुल Zehaal-e-miskeen makun taghaful زحالِ مسکیں مکن تغافل