पहली ख़बर यह है कि प्रभात भाई ने उपन्यास पूरा कर लिया है। दूसरी यह कि उसका यह दिलचस्प अंश आप पाठकों के लिए, मेरे निवेदन पर उन्होंने मुहय्या किया है। …
आगे पढ़ें »जयंती रंगनाथन वरिष्ठ पत्रकार हैं, उनके नए उपन्यास मैमराज़ी का प्रस्तुत अंश रोचक है और इशारा है कि उपन्यास मज़ेदार होगा। जयंती जी और प्रकाशक हिन्दी यु…
आगे पढ़ें »भारतीय गांव और उपन्यास का नॉर्मेटिव स्पेस — डॉ. कविता राजन
आगे पढ़ें »आचार्य चतुरसेन अपनी प्रसिद्ध पुस्तक "वयं रक्षाम:" में कई ऐसे विषयों पर बात करते हैं जिन्हें पढ़ा जाना चाहिए. ऐसा ही एक विषय 'लिंग पूजा&…
आगे पढ़ें »जमदग्नि का विवाह इक्ष्वाकु वंश की राजकुमारी रेणुका के साथ हुआ था। उनके पांच पुत्र हुए, सबसे छोटे परशुराम थे...
आगे पढ़ें »'आईना साज़' — अनामिका — उपन्यास अंश ज़रूरी है कि दुनिया की सारी ज़ुबानों के शब्द मुल्कों और मज़हबों के बीच की सरहदें मिटाते हुए …
आगे पढ़ें »उपन्यास अंश: इश्क़ फरामोश ― प्रितपाल कौर प्रितपाल हिंदी में लिखती रहती हैं। इश्क़ फरामोश उनके जल्द बुकस्टाल पर आ रहे उपन्यास का शीर्ष…
आगे पढ़ें »मृणाल पांडे के उपन्यास का अंश कहते हैं ऐसा लिखिए जो पहले न लिखा गया हो, जो बिलकुल नया हो...इस कहे को सुने तो सारा हिंदी-साहित्य-वर्ग है ल…
आगे पढ़ें »कितना फर्क है दिल्ली और पटना में - अर्पण कुमार नयी दिल्ली... देश भर से यहाँ छात्र अपनी अध्ययन-क़िस्मत जगाने के लिए आते हैं, किसी छोटे शह…
आगे पढ़ें »'माधो, मैं ऐसो अपराधी', उपन्यास 'हर्फ हर्फ मुलाकात' का अंश - अल्पना मिश्र ये सुनहरे दिन छोटे थे। छोटे इसलिए कि जल्दी बीत गए…
आगे पढ़ें »इंदिरा दाँगी के आगामी उपन्यास ‘रपटीले राजपथ’ का अंश इन कहानियों को ज़रा सुधारने के बदले मे इतना बड़ा सम्मान हाथ से कोई स्थापित साहित्यकार भी नही…
आगे पढ़ें »हद्द बेशरम हो तुम, जब बच्चे छोटे थे तो कभी गोदी में बिठाया तुमने? आज बड़े आये ह…
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