तुम हो तो... मेरी नज़र में - वंदना गुप्ता पाथेय प्रकाशन जबलपुर से प्रकाशित कवयित्री प्रतिमा अखिलेश का प्रथम काव्य संग्रह "…
आगे पढ़ें »कही ऐसा तो नहीं कि समाज में फैली जिस गंदगी को लेकर हम बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, उसका श्रोत भी हम ही हैं? रवीश का ये आलेख पढ़ कर, उनका दुःख समझ आता है.…
आगे पढ़ें »गणतंत्र और स्त्री - मैत्रेयी पुष्पा यह कैसा गणतंत्र है कि महिला आरक्षण बिल कब से लटका पड़ा है। पंचायती राज में महिलाओं को जो आरक्ष…
आगे पढ़ें »‗‗‗‗‗‗‗‗‗‗‗‗‗‗‗‗‗‗‗‗‗‗‗‗‗‗‗‗‗‗‗‗‗‗‗‗‗‗‗‗‗‗‗‗‗‗‗ कवि श्री जगदीश कुमार नागपाल 'साधक' की पुत्री नीलम मैदीरत्ता 'गुँचा' का जन्म …
आगे पढ़ें »कृष्ण बिहारी के सम्पादन में संयुक्त अरब इमारात से प्रकाशित हिन्दी की पहली साहित्यिक पत्रिका 'निकट' का जनवरी-जून 2014 अंक अब आप ऑनलाइन पढ़…
आगे पढ़ें »राजेन्द्र यादव जी ने सही कहा था "इन दिनों कविता का ओवर प्रोडक्शन हो रहा है।" इस ओवर प्रोडक्शन का सबसे ज्यादा खामियाज़ा पाठक को पहुँचता है,…
आगे पढ़ें »17 जनवरी, यमुनानगर कथा युके व डीएवी गर्ल्स कालेज के संयुक्त तत्वावधान में 17-18 जनवरी 2014 को अंतराष्ट्रीय प्रवासी साहित्य सम्मेलन (अप्रसास) यम…
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Vandana Rag
हद्द बेशरम हो तुम, जब बच्चे छोटे थे तो कभी गोदी में बिठाया तुमने? आज बड़े आये ह…
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