दो भाइयों की लड़ाई ~ दिव्यचक्षु मध्यांतर के पहले वाला हिस्सा बहुत धीमी गति से चलता है लेकिन बाद वाला हिस्सा रोमांच से भरा है और `आगे क्या हो…
आगे पढ़ें »गुलज़ार ... ग़ज़ल Photo: Bharat Tiwari दिखाई देते हैं, धुन्ध में अब भी साये कोई मगर बुलाने से वक़्त लौटे न आये कोई …
आगे पढ़ें »जावेद अख़्तर और मैं ~ असग़र वजाहत की यादें कुछ साल पहले की बात है जावेद अख़्तर और मैं पटना एयरपोर्ट पर बैठे फ्लाईट का इंतज़ार कर रहे थे। हम प…
आगे पढ़ें »मेरी पसंद/गीताश्री कविता की कहानी... ~ गीताश्री नदी जो अब भी बहती है... दर्द का दरिया जो अब भी बहता है... मेरी कुछ मान्यताए…
आगे पढ़ें »ये कैसी कॉमेडी - बैंगिस्तान आप `शोले’ बनाने चलें और बन जाए `राम गोपाल वर्मा की आग’ निर्देशक - करण अंशुमान कलाकार - रितेश देशमुख, पु…
आगे पढ़ें »हद्द बेशरम हो तुम, जब बच्चे छोटे थे तो कभी गोदी में बिठाया तुमने? आज बड़े आये ह…
Social Plugin