ये कुर्सी हम नहीं छोड़ेंगे ... सर्वप्रिया सांगवान जो सरकार ख़ुद को ज़िम्मेदार मानती है, वही अपनी जनता को गंभीरता से लेती है उसी ज…
ये कुर्सी हम नहीं छोड़ेंगे ... सर्वप्रिया सांगवान जो सरकार ख़ुद को ज़िम्मेदार मानती है, वही अपनी जनता को गंभीरता से लेती है उसी ज…
Mahatma Gandhi talking to a delegation of Rashtriya Sevak Sangh RSS; 1944; Pyarelal Nayar - 1944 | Photo credit: www.alamy.com भारत-पा…
"मेरी दाढ़ी और मेरा मुल्क" के बहाने, विश्व स्तर पर भारत की पहचान और डॉ सच्चिदानंद जोशी मुझे याद आ गया 1984 का साल। उन दिनों भी मैं …
सवारी-सवारी-सवारी !!! पुल बंगश — चद्दरवाला — भोलू शाह | नलिन चौहान संग दिल्ली नलिन चौहान का दिल्ली पर लिखा हर वाक्य मेरा प्रिय होता जा…
ऐश ट्रे, जैश-ए-मोहम्मद और वैलेंटाइन डे प्रेमा झा की कविता मैं एक संगठन बनाऊँगी और तमाम ऐसी लड़कियां शामिल करुँगी जो जवान आतंकि…
कृष्णा सोबती की कहानी आज़ादी शम्मोजान की 'भूरे-भूरे' उसने आवाज़ लगाई। शम्मोजान की सीढ़ियों पर बैठा भूरा किसी नौजवान छोकरे क…
ऑल द बेस्ट -डॉ सच्चिदानंद जोशी सुबह के साढ़े सात बज रहे थे। रेडियो पर संगीत सरिता कार्यक्रम की धुन बज रही थी। एफ एम के न जाने कितने चौन…
सिम्मी हर्षिता की कहानी उनका जाना और मृदुला गर्ग का मर्म ...इससे ज़्यादा,मृत्यु के बाद याद किये जाने के लिए एक लेखक क्या कर सकता है? …