इधर बहुत तेज़ी से हर वर्ग में मुनाफे का खेल पनपा है, उसने सबसे ज्यादा हमारी संवेदनाओं को नुकसान पहुंचाया है। आज हर वस्तु की कीमत है। मनुष्य भी वस्तु…
जनवादी लेखक संघ की केन्द्रीय पत्रिका "नया पथ" जनवरी-मार्च 2014 शब्दांकन के पाठकों के लिए ऑनलाइन उपलब्ध है. जिसका अनुक्रम न…
21वीं सदी: सकारात्मक पक्ष की सदी आशीष कंधवे ऐसे काल में जब बाजारवाद का साम्राज्य मनुष्य एवं मनुष्यता को भी लाभ-हानि के पलड़े पर तौलकर देखता …
नरेंद्र मोदी का मिशन 2014 सबसे ज्यादा इस प्रचार पर टिका है कि उनके रहते गुजरात का जैसा विकास हुआ, वैसा ही पूरे देश का होगा। इस विकास की गूंज इतनी…
अगर वे ( मोदी ) 2002 के कत्लेआम में अपने शासन की विफलता के लिए ही माफी मांग लें तो ‘मोदी-मोदी’ का जयघोष करता वर्ग उनसे फौरन छिटक जाएगा - ओम थानवी…
कवितायेँ - हेमा दीक्षित हेमा दीक्षित, विधिनय प्रकाशन, कानपुर द्वारा प्रकाशित द्विमासिक विधि पत्रिका 'विधिनय' की सहायक संपादिका हैं। कानपु…
चौं रे चम्पू — अशोक चक्रधर — चौं रे चम्पू! इत्ती बार मिलायौ, फोन चौं नाय उठावै? — बेहोशी की हालत में कैसे उठाता चचा? मेरा ऑपरेशन चल र…
राग देश .... और देश सोने की चिड़िया बन जायेगा! - क़मर वहीद नक़वी लो जी, अब ख़ुश! लहर आ गयी है! सब जगह लहर बोल रही है. देखो रे देखो, मैं…
गोरी - चिट्टी कमला की क्या बात है ! घर का हर काम वह समय पर निबटाना पसंद करती है। मधुर भाषी है लेकिन अनुचित बात पर वह गुस्सा भी खाने में गुरेज़ नहीं …
आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनज़र बड़ी संख्या में लेखकों-कलाकारों-संस्कृतिकर्मियों ने अपने हस्ताक्षर के साथ निम्नांकित अपील जारी की है: इस चुनाव …
किसी भी छोटी-बड़ी राजनैतिक पार्टी द्वारा धार्मिक-सांप्रदायिक संकीर्णता का प्रचार करना भारत की धर्मनिरपेक्ष नीति के विरुद्ध अपराध माना जाना चाहिए…
नारी के सवाल अनाड़ी के जवाब - अशोक चक्रधर नारी के सवाल अनाड़ी के जवाब अशोक चक्रधर प्रश्न 1. अनाड़ी जी, जो लोग बात-बात में…
राग देश किसी बलात्कारी से किसी मुसलमान को कोई सहानुभूति नहीं है लाल टोपी की काली राजनीति ! क़मर वहीद नक़वी वोट के लिए बलात्कार भी म…
उनका आना जैसे बाघ का आना - प्रेम भारद्वाज हम सब एक पिंजड़े में बंद हैं या होने जा रहे हैं उसमें एक शेर (बाघ) भी है, अगर हम बचेंगे तो बाघ की रहमो…