Book Review: नवल शुक्ल की पुस्तक - तिलोका वायकान


तिलोका वायकान

नवल शुक्ल की पुस्तक


Tiloka Waikan by Naval Shukla
श्री नवल शुक्ल की पुस्तक “तिलोका वायकान”, हिन्दी का पहला नृतत्व शास्त्रीय #उपन्यास. वरिष्ठ आलोचक श्री रवीन्द्र त्रिपाठी, #शब्दांकन_फेसबुक_लाइव 7 जून, शाम 6 बजे, कार्यक्रम 'एक पुस्तक पर पाँच मिनट' - प्रस्तुति भरत एस तिवारी
Posted by शब्दांकन Shabdankan on Sunday, 7 June 2020

 ००००००००००००००००




एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

ये पढ़ी हैं आपने?

मैत्रेयी पुष्पा की कहानियाँ — 'पगला गई है भागवती!...'
तू तौ वहां रह्यौ ऐ, कहानी सुनाय सकै जामिआ की — अशोक चक्रधर | #जामिया
Harvard, Columbia, Yale, Stanford, Tufts and other US university student & alumni STATEMENT ON POLICE BRUTALITY ON UNIVERSITY CAMPUSES
वैनिला आइसक्रीम और चॉकलेट सॉस - अचला बंसल की कहानी
कहानी ... प्लीज मम्मी, किल मी ! - प्रेम भारद्वाज
दमनक जहानाबादी की विफल-गाथा — गीताश्री की नई कहानी
Hindi Story आय विल कॉल यू! — मोबाइल फोन, सेक्स और रूपा सिंह की हिंदी कहानी
जंगल सफारी: बांधवगढ़ की सीता - मध्य प्रदेश का एक अविस्मरणीय यात्रा वृत्तांत - इंदिरा दाँगी
गिरिराज किशोर : स्मृतियां और अवदान — रवीन्द्र त्रिपाठी
Hindi Story: कोई रिश्ता ना होगा तब — नीलिमा शर्मा की कहानी