भारत में पोस्टर कला को एक दोयम दर्जे की कला माना जाता है जबकि इसके उलट पूरी दुनिया में इसे ललित कलाओं के समान सम्मान दिया जाता है — नलिन …
आशा भोसले - नायिका से नर्तकी... — तेजेन्द्र शर्मा हिन्दी सिनेमा के गीतों का सुनहरी काल 1949-1975 माना जाता है। इस काल में नौशाद, शंकर ज…
फिल्म रिव्यू : डेढ़ इश्किया इश्किया के बाद अभिषेक चौबे से उम्मीदें बनना तो लाजमी था ही लेकिन इस बार अभिषेक ने डेढ़ नही बल्कि उससे कई गुना ज्यादा …
सिनेमा और हिंदी साहित्य इकबाल रिज़वी भारत में फिल्मों ने 100 वर्षों की यात्रा पूरी कर ली है । दरअसल वह अपने दौर का सबसे बड़ा चमत्कार था जब हिलत…
"वो लोग तुम्हें अतीत में जीने के लिए मजबूर करेंगे लेकिन तुमको आने वाले कल के लिए जीना होगा ।" शाहिद की ज़िंदगी से दूर जा चुकी मरियम ने ये…
ट्यूनेशियाई मूल के फ्रेंच निदेशक अब्दुल लतीफ केचीचे की फिल्म ‘ ब्लू इज द वार्मेस्ट कलर’ को सर्वश्रेष्ठ फिल्म का ‘पाम डि ओर’ पुरस्कार दिए जाने क…
आलोचनात्मक ढंग से चर्चा में आयी अनुराग कश्यप की दो भागों में पूरी हुई फिल्म गैंग ऑफ वासेपुर से एक बार फिर हिन्दी सिनेमा में सिने-भाषा को लेकर ब…
सिनेमा के सौ साल पूरे होने की ख़ुशी में हो रहे आयोजनों में हिंदी पत्र पत्रिकाएं भी अपनी जिम्मेवारी से दूर नहीं हैं, हाँ कुछ पत्रिकाओं ने इस…
पूर्णांक-316 वर्षः 27 अंकः 7 फरवरी 2013 हंस खरीदने के इक्षुक मेल करें sampadak@shabdankan.com मेरी तेरी उसकी बात मेरे फिल्मी रि…