गुलज़ार साहब को कैसे भी पढ़िए, उनके शब्दों की चमक सबसे जुदा, चमकदार और सटीक होती है। उनके गद्य में भी नज़मों की रवानगी होती है। शब्दांकन पर आप पहले भी …
गुलज़ार की ज़ुबानी ,भवानीप्रसाद मिश्र के चार कौए (विडियो: साभार ' खटाक ') बहुत नहीं सिर्फ़ चार कौए थे काले, उन्होंने यह तय किया …
आज गुलज़ार साहब के जन्मदिन पर, उन्हें और उनके चाहने वालों को ढेरों मुबारकबाद के साथ... गुलज़ार की 10 शानदार कविताएं! #Gulzar's 10 Marvellous …
पंकज शुक्ल भारत के एक निहायत पिछड़े गांव मझेरिया कलां, उन्नाव (उ.प्र) में पैदा हुए और दिल्ली, मुंबई से लेकर लंदन, अमेरिका तक रिपोर्टिंग और फ…
We the homeless / बेघर हम Sukrita Pual Kumar / गुलज़ार सुकृता की कविता जब गुलज़ार के दिल से तर्जुमा होगी तो कैसा समां होगा... …
Happy birthday Gulzar sahab धुआँ — गुलजार बात सुलगी तो बहुत धीरे से थी, लेकिन देखते ही देखते पूरे कस्बे में 'धुआँ' भर …
From Shakespeare, via Gulzar — Vikram Phukan In 2014, perturbed by the utter dearth of reading choices in Bengali for children who ar…
खाली कागज़ पे क्या तलाश करते हो? गुलज़ार खाली कागज़ पे क्या तलाश करते हो? एक ख़ामोश-सा जवाब तो है। डाक से आया है तो कुछ कहा होगा "कोई …
India Pakistan Border Story in Hindi एल.ओ.सी — गुलज़ार 1948 की झड़प के बाद... हिन्दूस्तान के बार्डर पर, फ़ौजें तक़…
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल से मेरा सामना - भरत तिवारी जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल से मेरा सामना पहली बार 2012 में हुआ. तब की बड़ी हसीन यादें हैं…
गुलज़ार ... ग़ज़ल Photo: Bharat Tiwari दिखाई देते हैं, धुन्ध में अब भी साये कोई मगर बुलाने से वक़्त लौटे न आये कोई …
गुलज़ार की बातें करें... आइये यतीन्द्र मिश्र की बातें सुनें मीलों से दिन छोड़ आए सालों सी रात ले के चले यतीन्द्र मिश्र बहुत ख़ूबसूरत है हर…