विकास या बेरोज़गारी-महँगाई जैसे मुद्दों को भुलाकर ज़मीन और बिजली के बहाने कथित धार्मिक भेदभाव को मुद्दा बनाना हिंदू मतदाताओं को भड़काने के अलाव…
आगे पढ़ें »वरना देशद्रोही कहलायेगा — शुऐब शाहिद मैं अक्सर सोचता हूँ कि आखिर वो क्या कारण रहे होंगे, जिनको, हमने ग़ुलामी करार दिया। औ…
आगे पढ़ें »स्मिता सिन्हा की कवितायेँ आदत आकाश के आमंत्रण पर अब भी घिर आते हैं काले काले बादल और बरसती हैं बूंदें उ…
आगे पढ़ें »क्या ही विडंबना है आज अंतत: दोनो जगह (भारत और पाकिस्तान) अंग्रेज़ी महारानी का ताज पहन कर सत्ता, रुतबे और महत्वाकांक्षा का प्रतीक बन राजकाज …
आगे पढ़ें »विज्ञापन प्रबंधक को आगे करते तो साबित होता कि कथित ‘एग्ज़िट पोल’ पैसा लेकर छापा गया था — ओम थानवी Dainik Jagran online editor ar…
आगे पढ़ें »अखिलेश्वर पांडेय की कविता बस इतनी गुज़ारिश है मुझे ग़ालिब न बनाओ ग़ाली न दो! मैं बड़ी क़द्र करता हूं उनकी मैं तो उनकी सफेद दाढ़ी का ए…
आगे पढ़ें »तूफान मचाने की राजनीति का एक ही मकसद है कि किसी तरह हिन्दू मुस्लिम गोलबंदी करो और वो गोलबंदी एक पार्टी के हक में करो Ravish Kumar with stude…
आगे पढ़ें »दंगों की बात को छोड़ दें तो आपका और हमारा साथ 600 साल पुराना है कल मोदीजी की बिजनौर मे रैली के बाद दो जाटों, बाप और बेटा को गोली मार दी ग…
आगे पढ़ें »ऐसे तो शहर में कई दोस्त थे पर उसका हर किसी से घुलने मिलने का मन नहीं करता था और रोज़ रोज़ कब तक साथ के लिए भागो, अपने अकेलेपन से तो अकेले ही ल…
आगे पढ़ें »मोदीजी आप इतिहास पुरुष हैं अभिसार शर्मा “अपने अन्दर की बुराइयों से लड़ने के लिए वो कष्ट सहने को तैयार है। ” ऐसा कहा था मोदीजी ने। मुझे उ…
आगे पढ़ें »हद्द बेशरम हो तुम, जब बच्चे छोटे थे तो कभी गोदी में बिठाया तुमने? आज बड़े आये ह…
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