हिंदी में पहली बार 'बेस्टसेलर' की घोषणा
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जागरण प्रकाशन समूह के सीईओ एवं दैनिक जागरण प्रधान संपादक संजय गुप्त |
कथा, कथेतर और अनुवाद श्रेणियों में 10-10 पुस्तकों की सूची हुई जारी
नयी दिल्ली, 24 अगस्त: बुधवार रात को राजधानी में एक भव्य कार्यक्रम में दैनिक जागरण और निल्सन बुक स्कैन द्वारा पहली बार हिंदी में बेस्टसेलर पुस्तकों की सूची जारी की गयी। पाठकों के लिए ‘दैनिक जागरण हिंदी बेस्टसेलर’ सूची कथा, कथेतर और अनुवाद श्रेणियों में जारी हुई।
यह सूची अप्रैल-जून 2017 तक की अवधि में होने वाली बिक्री पर आधारित है। इस सूची में हिंदी साहित्य तो है ही, अनुवाद की श्रेणी में अंग्रेजी में लोकप्रिय किताबें भी हिंदी पाठकों के दिल में अपनी जगह बनायीं हुई दिख रही हैं।
39 हिंदी भाषी शहरों के पुस्तक विक्रेताओं से आंकड़े जमा करने के बाद इस सूची को तैयार किया गया है। इस सूची को तैयार करने में कई मानदंडों का ध्यान रखा गया है। दैनिक जागरण नीलसन बुकस्कैन बेस्टसेलर में उन्हीं किताबों को शामिल किया गया है जिन का पहला संस्करण 1 जनवरी, 2011 या उसके बाद प्रकाशित हुआ है।
पहले 'दैनिक जागरण हिंदी बेस्टसेलर' की घोषणा पर टिप्पणी करते हुए जागरण प्रकाशन समूह के सीनियर वाईस प्रेसिडेंट बसंत राठौर ने कहा,“हम अपनी गौरवशाली भाषा को सुरक्षित और प्रोत्साहित करने के लिए प्रयासरत हैं। कोई भी भाषा तभी दीर्घायु हो सकती है जब उसमें नित्य नए आयाम जुड़े। दैनिक जागरण हिंदी बेस्टसेलर इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण एवं अभिनव प्रयास है। ”
जागरण प्रकाशन समूह के सीईओ एवं दैनिक जागरण प्रधान संपादक संजय गुप्त ने कहा, “आज आम धारणा यह है कि अंग्रेजी हिंदी को चुनौती दे रही है। ऐसे में कैसे हिंदी को सम्मान के साथ देखा जाये, इससे जुड़े लोग, इससे जुड़ी हमारी संस्कृति एवं देश को सम्मान मिले यह प्रश्न हमारे सामने था। हिंदी को आगे ले जाने के लिए हिंदी साहित्य को मान और बढावा देना महत्पूर्ण है। हमने निल्सन के साथ मिलकर काम किया ताकि एक विश्वनीय सूची तैयार कर सकें।"
'दैनिक जागरण हिंदी बेस्टसेलर' हिंदी साहित्य में बेस्टसेलर की पहचान करने की पहली एवं एकमात्र पहल है। हिंदी साहित्य की दुनिया में किसी पुस्तक को बेस्टसेलर कहने का कोई भी पारदर्शी एवं प्रामाणिक तंत्र अब तक नहीं था। वर्ष की हर तिमाही में दैनिक जागरण नीलसन बुकस्कैन द्वारा बेस्टसेलर पुस्तकों की सूची जारी की जाएगी। यह पहल दैनिक जागरण की मुहिम ‘हिंदी हैं हम’ के तहत की गयी है।
यह सूची अप्रैल-जून 2017 तक की अवधि में होने वाली बिक्री पर आधारित है। इस सूची में हिंदी साहित्य तो है ही, अनुवाद की श्रेणी में अंग्रेजी में लोकप्रिय किताबें भी हिंदी पाठकों के दिल में अपनी जगह बनायीं हुई दिख रही हैं।
39 हिंदी भाषी शहरों के पुस्तक विक्रेताओं से आंकड़े जमा करने के बाद इस सूची को तैयार किया गया है। इस सूची को तैयार करने में कई मानदंडों का ध्यान रखा गया है। दैनिक जागरण नीलसन बुकस्कैन बेस्टसेलर में उन्हीं किताबों को शामिल किया गया है जिन का पहला संस्करण 1 जनवरी, 2011 या उसके बाद प्रकाशित हुआ है।
पहले 'दैनिक जागरण हिंदी बेस्टसेलर' की घोषणा पर टिप्पणी करते हुए जागरण प्रकाशन समूह के सीनियर वाईस प्रेसिडेंट बसंत राठौर ने कहा,“हम अपनी गौरवशाली भाषा को सुरक्षित और प्रोत्साहित करने के लिए प्रयासरत हैं। कोई भी भाषा तभी दीर्घायु हो सकती है जब उसमें नित्य नए आयाम जुड़े। दैनिक जागरण हिंदी बेस्टसेलर इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण एवं अभिनव प्रयास है। ”
जागरण प्रकाशन समूह के सीईओ एवं दैनिक जागरण प्रधान संपादक संजय गुप्त ने कहा, “आज आम धारणा यह है कि अंग्रेजी हिंदी को चुनौती दे रही है। ऐसे में कैसे हिंदी को सम्मान के साथ देखा जाये, इससे जुड़े लोग, इससे जुड़ी हमारी संस्कृति एवं देश को सम्मान मिले यह प्रश्न हमारे सामने था। हिंदी को आगे ले जाने के लिए हिंदी साहित्य को मान और बढावा देना महत्पूर्ण है। हमने निल्सन के साथ मिलकर काम किया ताकि एक विश्वनीय सूची तैयार कर सकें।"
निल्सन बुक्स इंडिया के निदेशक विक्रांत माथुर ने कहा, “हमने विश्व की कई भाषाओं में इस तरह का काम किया है। हिंदी विश्व की चौथी सबसे बड़ी भाषा है और 40% भारतीयों की भाषा है। हमने हिंदी बुक बेस्टसेलर के देशभर के 39 हिंदी भाषी क्षेत्रों एवं ऑनलाइन प्लेटफार्म से आंकड़े इकट्ठा करने के बाद यह परिणाम निकाला है। ”.@Nielsen India at their @JagranNews #HindiBestSeller @AnuragPSKS Vikrant Mathur pic.twitter.com/0Dv640cKkR— Bharat بھرت भरत (@BharatTiwari) August 23, 2017
'दैनिक जागरण हिंदी बेस्टसेलर' हिंदी साहित्य में बेस्टसेलर की पहचान करने की पहली एवं एकमात्र पहल है। हिंदी साहित्य की दुनिया में किसी पुस्तक को बेस्टसेलर कहने का कोई भी पारदर्शी एवं प्रामाणिक तंत्र अब तक नहीं था। वर्ष की हर तिमाही में दैनिक जागरण नीलसन बुकस्कैन द्वारा बेस्टसेलर पुस्तकों की सूची जारी की जाएगी। यह पहल दैनिक जागरण की मुहिम ‘हिंदी हैं हम’ के तहत की गयी है।
.@NielsenBook and @JagranNews creating history in Hindi Literature: making #HindiBestSeller list a reality. https://t.co/xHKzsXXZJP— Bharat بھرت भरत (@BharatTiwari) August 23, 2017
अप्रैल-जून 2017 'दैनिक जागरण बेस्टसेलर'
कथा:
- दिल्ली दरबार | सत्य व्यास | हिन्द युग्म वेस्टलैंड
- बनारस टॉकीज़ | सत्य व्यास | हिन्द युग्म
- मुसाफ़िर कैफ़े | दिव्य प्रकाश दुबे | हिन्द युग्म वेस्टलैंड
- नमक स्वादानुसार | निखिल सचान | हिन्द युग्म
- प्रेम कबूतर | मानव कौल | हिन्द युग्म वेस्टलैंड
- इश्क में शहर होना | रवीश कुमार | राजकमल प्रकाशन
- मसाला चाय | दिव्य प्रकाश दुबे | हिन्द युग्म
- तीन रोज़ इश्क: गुम होती कहानियां | पूजा उपाध्याय | पेंगुइन
- ज़िन्दगी आइस पाइस | निखिल सचान | हिन्द युग्म
- कोलाबा कंस्पिरेसी | सुरेन्द्र मोहन पाठक | हार्पर कॉलिन्स
कथेतर:
- मैं मन हूँ | दीप त्रिवेदी | आत्मन इनोवेशन्स
- मेरी कहानी मेरी ज़ुबानी | कृष्ण दीप त्रिवेदी | आत्मन इनोवेशन्स
- मुसाफ़िर | बशीर बद्र | मंजुल पब्लिशिंग हाउस
- कहानी कम्युनिस्टों की | संदीप देव | ब्लूम्सबरी
- कुछ इश्क किया कुछ काम किया | पीयूष मिश्रा | राजकमल प्रकाशन
- कोई दीवाना कहता है | कुमार विश्वास | डायमंड बुक्स
- कर्मयोग | स्वामी विवेकानंद | प्रभात प्रकाशन
- लावा | जावेद अख्तर | राजकमल प्रकाशन
- बकर पुराण | अजीत भारती | हिन्द युग्म
- लता: सुर गाथा | यातिन्द्र मिश्रा | वाणी प्रकाशन
अनुवाद:
- देवलोक | देवदत्त पटनायक | पेंगुइन ग्रुप
- मेलुहा के मृत्युंजय | अमीश त्रिपाठी | वेस्टलैंड लिमिटेड
- वायुपुत्रों की शपथ: शिव रचना त्रय ३ | अमीश त्रिपाठी | वेस्टलैंड लिमिटेड
- इक्शवाकू के वंशज | अमीश त्रिपाठी | वेस्टलैंड लिमिटेड
- नागाओं का रहस्य | अमीश त्रिपाठी | वेस्टलैंड लिमिटेड
- असीम आनंद की ओर | सिस्टर शिवानी | मंजुल पब्लिशिंग हाउस
- मेरी गीता | देवदत्त पटनायक | रूपा पब्लिकेशन्स
- वन इंडियन गर्ल | चेतन भगत | रूपा पब्लिकेशन्स
- मेरी जीवन यात्रा | ए. पी.जे. अब्दुल कलाम | प्रभात प्रकाशन
- सोचो और अमीर हो जाओ | नेपोलियन हिल | फिंगरप्रिंट पब्लिशिंग
1 टिप्पणियाँ
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (26-08-2017) को "क्रोध को दुश्मन मत बनाओ" (चर्चा अंक 2708) पर भी होगी।
जवाब देंहटाएं--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
गणेश चतुर्थी की
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'