न हादसे के पहले, न हादसे के बाद! क़मर वहीद नक़वी टीवी की भाषा में इस लेख की टीआरपी शायद बहुत कम हो! क्योंकि असली मुद्दों में कोई रस न…
बतरा जी के पाठ, अच्छे या बुरे दिन! क़मर वहीद नक़वी राग देश 1972 का काबुल इतिहास गवाह है कि कट्टरपंथी धार्मिक पुनरूत्थान की शुरुआत …
राग देश यह भारत के मुसलमानों का सबसे बड़ा दुर्भाग्य है कि उनका नेतृत्व हमेशा कठमुल्ला उलेमाओं के हाथ में रहा है, जो ख़ुद अपनी आदिम गुफ़ाओं में …
राग देश इस बजट को बताना चाहिए कि अगले पाँच साल देश किस आर्थिक राजमार्ग पर चलनेवाला है! तो अब मौसम है बजटियाना! - क़मर वहीद नक़वी …
राग देश जी हाँ, पिछले छह सालों से, जब भी वहाँ किसी मरीज़ को ऐसी ज़रूरत पड़ी, तो वहाँ ट्रैफ़िक को थाम कर 'ग्रीन चैनल' बनाया गया ताकि ट्…
रागदेश 2014 का सबसे बड़ा सवाल, मुसलमान! - क़मर वहीद नक़वी बीजेपी को लगता है कि 'हिन्दुत्व' अब बैसाखी के बजाय बाधा ही है. देश का नया…
राग देश क्या विकास का मतलब सिर्फ़ जीडीपी, सड़क, लक़दक़ कारें, मेट्रो और शॉपिंग माल ही होता है? यह सब है, लेकिन सोच विकसित नहीं, तो सभ्यता के पायद…
ग़लती बाबा और 'हड़बड़ पार्टी' की गड़बड़! - क़मर वहीद नक़वी एक ग़लती बाबा हैं! दूसरों की ग़लतियों से पनपे और फूले. फूल-फूल कर कु…
राग देश .... और देश सोने की चिड़िया बन जायेगा! - क़मर वहीद नक़वी लो जी, अब ख़ुश! लहर आ गयी है! सब जगह लहर बोल रही है. देखो रे देखो, मैं…
राग देश किसी बलात्कारी से किसी मुसलमान को कोई सहानुभूति नहीं है लाल टोपी की काली राजनीति ! क़मर वहीद नक़वी वोट के लिए बलात्कार भी म…
नारे विकास के हों, सपने भविष्य के हों, बातें सुशासन की हों, दावे कड़क कप्तानी के हों, तेवर टनाटन ओज के हों, और टीका हिन्दुत्व का हो, तो फिर और क्य…
राग देश अथ श्री गिरगिटिया चश्मा कथा! - क़मर वहीद नक़वी चुनाव गरम है. चाय ठंडी हो चुकी है! लड़ाई घनघोर है. कहते हैं, युद्ध और प्रेम में सब क…