द्वारपाल हनुमान चालीसा : चौपाई 21 राम दुआरे तुम रखवारे । होत न आज्ञा बिनु पैसारे ॥ शिव के द्वारपाल नंदी का बदला, राम…
आगे पढ़ें »अरुंधति रॉय इन हिंदी — स्वतंत्र किन्तु जाति व्यवस्था में आकंठ डूबा भारत राष्ट्र — एक था डॉक्टर एक था संत कि क्याक्या गाँधी नही थे और क…
आगे पढ़ें »ये कुर्सी हम नहीं छोड़ेंगे ... सर्वप्रिया सांगवान जो सरकार ख़ुद को ज़िम्मेदार मानती है, वही अपनी जनता को गंभीरता से लेती है उसी ज…
आगे पढ़ें »ये कुर्सी हम नहीं छोड़ेंगे ... सर्वप्रिया सांगवान जो सरकार ख़ुद को ज़िम्मेदार मानती है, वही अपनी जनता को गंभीरता से लेती है उसी ज…
आगे पढ़ें »Mahatma Gandhi talking to a delegation of Rashtriya Sevak Sangh RSS; 1944; Pyarelal Nayar - 1944 | Photo credit: www.alamy.com भारत-पा…
आगे पढ़ें »"मेरी दाढ़ी और मेरा मुल्क" के बहाने, विश्व स्तर पर भारत की पहचान और डॉ सच्चिदानंद जोशी मुझे याद आ गया 1984 का साल। उन दिनों भी मैं …
आगे पढ़ें »सवारी-सवारी-सवारी !!! पुल बंगश — चद्दरवाला — भोलू शाह | नलिन चौहान संग दिल्ली नलिन चौहान का दिल्ली पर लिखा हर वाक्य मेरा प्रिय होता जा…
आगे पढ़ें »ऐश ट्रे, जैश-ए-मोहम्मद और वैलेंटाइन डे प्रेमा झा की कविता मैं एक संगठन बनाऊँगी और तमाम ऐसी लड़कियां शामिल करुँगी जो जवान आतंकि…
आगे पढ़ें »कृष्णा सोबती की कहानी आज़ादी शम्मोजान की 'भूरे-भूरे' उसने आवाज़ लगाई। शम्मोजान की सीढ़ियों पर बैठा भूरा किसी नौजवान छोकरे क…
आगे पढ़ें »ऑल द बेस्ट -डॉ सच्चिदानंद जोशी सुबह के साढ़े सात बज रहे थे। रेडियो पर संगीत सरिता कार्यक्रम की धुन बज रही थी। एफ एम के न जाने कितने चौन…
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Vandana Rag
हद्द बेशरम हो तुम, जब बच्चे छोटे थे तो कभी गोदी में बिठाया तुमने? आज बड़े आये ह…
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