हालात बदतर करते ट्विटर के दोहरे मापदण्ड — डॉ शशि थरूर इसमें कोई दो राय नहीं है कि 9 वर्ष की दलित बेटी के बलात्कार,उसकी हत्या और हड़बड़ी में कि…
Mamta Kalia's literary brilliance is mind-blowing but her understanding of the human psyche, especially of women is simply phenomenal. She sho…
"Different Standards" Indira Dangi's short story 'Paimane' in English Translated by Dr. Mahendra Jagannath Dutte Short stor…
वर्ष 2020-21 का ‘राजेंद्र यादव हंस कथा सम्मान’ संयुक्त रूप से जयश्री रॉय और प्रमोद राय को वर्ष 2020-21 का ‘राजेंद्र यादव हंस कथा सम्मान’ जयश्री र…
वाजिद अली शाह: एक लखनवी - एक हिंदुस्तानी — दुष्यंत इश्क़ मिज़ाज, संगीत और नृत्य आदि कई वाजिब वजहों से वाजिद अली शाह को याद किया जाता है, वे…
गुलज़ार की ज़ुबानी ,भवानीप्रसाद मिश्र के चार कौए (विडियो: साभार ' खटाक ') बहुत नहीं सिर्फ़ चार कौए थे काले, उन्होंने यह तय किया …
सबसे ख़तरनाक वो गीत होता है जो मरसिए की तरह पढ़ा जाता है - पाश (अवतार सिंह संधू)
स्वतंत्रता आंदोलन, प्राच्य विद्या, गांधी अध्ययन, दलित चिंतन या भारतीय मध्यकालीन साहित्य से सम्बंधित किसी एक कृति को स्वतन्त्रता सेनानी रामचन्द्र…
शब्दों का संसार — शशि थरूर खलीज टाइम्स के संपादक ने जब मुझे शब्दों और भाषा के ऊपर स्तम्भ लिखने के लिए आमंत्रित किया तो मैं तोड़ा झिझका। शब्दों के…
My father, Chandran Tharoor, was an immense influence on my life. — Shashi Tharoor Shashi Tharoor’s World of Words is a weekly column in the Wee…
धन्यवाद ज्ञापन और फूलों की बौछार नहीं बल्कि हमें ठोस कदम उठाने होंगे - शशि थरूर
कहानी विधा के लिए प्रविष्टियां आमंत्रित साहित्य और संस्कृति के क्षेत्र में कार्यरत संस्थान ’स्वयं प्रकाश स्मृति न्यास’ ने सुप्रसिद्ध साहित्यकार स…
सरकार जनता की सेवा के लिए है, उससे सच छिपाने के लिए नहीं, यह पब्लिक रिकॉर्ड एक्ट में संशोधन का वक्त है - डॉ शशि थरूर हाल ही में सरकार ने सरका…
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के विकास से ही भारत का विकास संभव है। - डॉ पीएस वोहरा भारत की सबसे बड़ी ताकत उसकी एक दीर्घकालीन वैश्विक पहचान है जो कि भारत की स…
भारतीय गांव और उपन्यास का नॉर्मेटिव स्पेस — डॉ. कविता राजन
राजनीति की दुकान खोलने वालों, बेहतर होता साबुन के सेल्समैन बन जाते जिस साबुन से गल्ला भरता बेचते। जितिन प्रसाद जी, राजनीति में मैली चादर ओढ़ लेना, व…
समीक्षा आवां: उपभोक्ता समाज का चक्रव्यूह-भेदन डॉ० कविता राजन बीसवीं सदी के अंतिम वर्ष में पूर्ण महाकाव्यात्मक व्याप्ति के साथ प्रस्तुत यह स्वातं…
मुकम्मल कोविड आरोप-पत्र डॉ शशि थरूर बेंगलूरू दक्षिण के सांसद तेजस्वी सूर्या ने अपनी ही पार्टी के अधीन नगर निगम की विफलताओं को दिखाने के लिए वॉ…
तस्वीर: ट्विटर "दीदी" "दीदी" को जिस व्यंग्यात्मक ढंग से मोदी ने दोहराया वह "दीदी" अर्थात "बड़ी बहन" से जुड़ी …
अनामिका अनु के यहाँ उपज रहे साहित्य की खुश्बू लगातार नई और मनमोहक है। आनंद उठाइए । - भरत कन्नीकोना* कहती थी बेटी तुम पीले प्रेम पत्र…