Ravish Kumar (Photo (c) Bharat Tiwari) पिछला चैप्टर — रवीश कुमार हम भूलते रहें वो खेलते रहें. यह खेल जबतक खेल है कोई दिक्कत नहीं, न …
अनुशासित प्रशासन लाने की एक सार्थक पहल -अशोक गुप्ता कम से कम विगत तीन दशकों से भारतीय राजनेताओं के दंभ जनित व्यवहार में अनुशासन का घोर ह्रा…
ग़लती बाबा और 'हड़बड़ पार्टी' की गड़बड़! - क़मर वहीद नक़वी एक ग़लती बाबा हैं! दूसरों की ग़लतियों से पनपे और फूले. फूल-फूल कर कु…
अद्भुत ऊर्जावान देश — अशोक चक्रधर चौं रे चम्पू! - अशोक चक्रधर — चौं रे चम्पू! बड़ौ बिदवान बनै है, जे बता चुनावन ते का सिद्ध भयौ? — इस …
विकास का मतलब पूरी दुनिया में अलग अलग तरीके से समझा गया है । जो इसके आलोचक हैं उनमें संवाद की ऐसी क्षमता नहीं है जिससे वे किसी विकल्प को स्थापित …
अगर वे ( मोदी ) 2002 के कत्लेआम में अपने शासन की विफलता के लिए ही माफी मांग लें तो ‘मोदी-मोदी’ का जयघोष करता वर्ग उनसे फौरन छिटक जाएगा - ओम थानवी…
राग देश .... और देश सोने की चिड़िया बन जायेगा! - क़मर वहीद नक़वी लो जी, अब ख़ुश! लहर आ गयी है! सब जगह लहर बोल रही है. देखो रे देखो, मैं…
राग देश किसी बलात्कारी से किसी मुसलमान को कोई सहानुभूति नहीं है लाल टोपी की काली राजनीति ! क़मर वहीद नक़वी वोट के लिए बलात्कार भी म…
नारे विकास के हों, सपने भविष्य के हों, बातें सुशासन की हों, दावे कड़क कप्तानी के हों, तेवर टनाटन ओज के हों, और टीका हिन्दुत्व का हो, तो फिर और क्य…
भारतीय मुसलमान और 2014 का आम चुनाव - शमशाद इलाही शम्स (कनैडा) यह भारत का पहला ऐसा चुनाव है जिसके एजेंडे से 20 करोड़ मुसलमान और 20 करोड़ दलित आबा…
चुनाव तो हो चुका है रवीश की रपट लोगों के बीच घूमने से पता चलता है कि हवा का रुख़ क्या है । अब लगभग यह स्थापित होता जा रहा है कि नरेंद्र मोदी क…
‘मैं जानती हूं, वे (मोदी) एक दिन प्रधानमंत्री बनेंगे’ लक्ष्मी अजय अमदाबाद, 1 फरवरी। जिस इंसान के बारे में वे दावा करती हैं कि वे आज भी उनके पति…