रुचि भल्ला रचना का जीवंत होना ज़रूरी है. रचनाकार उसे जन्म देता है और उसे ही यह देखना होता है कि उसकी कृति, कवि की कविता, लोगों से दूर नहीं …
आगे पढ़ें »वंदना राग के यहाँ हिंदी कहानियों को साहित्य मिलता है, साहित्य की अनिवार्य ज़रुरत: वर्तमान देखती, समझती दृष्टि मिलती है। 'हिजरत के पहले'…
आगे पढ़ें »अगर आप दिल्ली में रहने वाले संगीत प्रेमी हैं तो सांस्कृतिक धरोहर आयोजन की तारीखों 10,11,17 और 18 मार्च की यह जानकारी नोट कीजिये — …
आगे पढ़ें »चीन को लाल आंख दिखाने की नसीहत देने वाले गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी क्या ये बताने की कृपा करेंगे कि वो भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी…
आगे पढ़ें »'विषय संवेदनशील है और संजीदगी से सोचने की मांग करता है' — मालविका जोशी जिस समय अख़बारों में बलात्कारों की ख़बर बढ़ती जा रही है, वि…
आगे पढ़ें »तेरह बरस की लड़की | हकलाहट के सच्चिदानंदन की दो कवितायेँ प्रकाश के रे मलयालम साहित्य में मॉडर्निज़्म के सशक्त हस्ताक्षर किय्यमपरम्…
आगे पढ़ें »इनकम टैक्स विभाग, वित्त मंत्रालय के अंतर्गत ही आता है ना? बनाना रिपब्लिक है क्या? लेफ्ट हाथ को नहीं पता के राइट हाथ क्या कर रहा है? गज़ब ह…
आगे पढ़ें »हद्द बेशरम हो तुम, जब बच्चे छोटे थे तो कभी गोदी में बिठाया तुमने? आज बड़े आये ह…
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