अपने प्रिय मित्र कथाकार-पत्रकार ईशमधु तलवार को 14 अक्टूबर, उनके जन्मदिन पर याद कर रहे हैं प्रेमचंद गांधी। इशमधु तलवार का बहुत प्रेममयी व्यक्तित्व थ…
स्मृति: मन्नू भंडारी 1931-2021 ~ ममता कालिया
नाटक तो भावनाओं का खेल है – इब्राहिम अल्काज़ी – रवीन्द्र त्रिपाठी
DP Tripathi Dies, DP Tripathi, a big literary figure of politics, Senior NCP Leader Passes away हाल ही में हिंदी को वर्तमान राजनीति में उसक…
कृष्णा सोबती: प्रतिरोध की आवाज़ —ओम थानवी कृष्णाजी से पाठक के नाते मेरा रिश्ता पुराना था। दिल्ली आने के बाद कुँवर नारायण, कृष्ण …
कुछ भी ‘अतिरिक्त’ उन्हें पसंद नहीं था। न ही किसी भावना का भावुक प्रदर्शन करते थे। न रंगों-शब्दों की फिजूलखर्ची रामकुमार के यहां है। सौ टका…
किशोरी अमोनकर: स्मरण यतीन्द्र मिश्र यतीन्द्र का संगीत से प्रेम बड़ा है और उनके द्वारा-ही इस प्रेम को साहित्य के रूप में परिवर्तित किये जाना…
देवतुल्य मेरे गुरु आर पी शर्मा जो आज के दिन हमें इस भँवर में छोड़ गए। उनकी याद में मेरी भावनाओं के सुमन जो अब भी ताजगी से भरपूर हैं। — देवी न…
Article headline The headline of the Article description क्या - क्या याद करूँ उमेश चौहान सहसा यह विश्वास ही नहीं हो रहा कि कहानी …
नए घोड़ों पर किस तरह दाव लगाया जाता है, अगर किसी को सीखना हो तो वह कालिया जी से सीखे -अनुज जिस तरह गुलेरीजी की कहानी ' उसने कहा…