युवा रचनाकार कंचन जायसवाल की रचना 'ट्रेन में लड़की' जिसे सफ़र कथा कह रहा हूँ, पढ़ते हुए यह महसूस हुआ कि इस तरह की गद्यात्मक रचनाएं लिखी, छापी औ…
तकिये में एक दिल होता है — गौरव सक्सेना "अदीब" सो गए तुम "नहीं तो जाग रहा हूँ, क्यों?” क्यों जाग रहे हो वैसे। "…
जय माता दी! जो इसे शेयर नहीं करेगा उसकी ट्यूब लाइट लुपलुपाती रहेगी। दिमाग़ की बन्द बत्ती खोलने के इस आसान तरीके का फायदा उठाने से न चूकें! …
Laghu Katha in Hindi Sports Vs Literature : Ramesh Yadav मुंबई के आपा-धापी भरे जीवन में भी किसी तरह लोग अपने लिए थोड़ा…
बरसात / Barsat इरा टाक / Era Tak — कब तक एक ही बात को लेकर बैठी रहोगी ? कितनी बार माफ़ी मांग तो चुका हूँ। अब बिना बात ही अपना और मेरा…
दुष्कर्मी - प्राण शर्मा पंद्रह वर्ष की दीपिका रोते - चिल्लाते घर पहुँची। माँ ने बेटी को अस्त-व्यस्त देखा तो गुस्से में पागल हो गयी - "…
कहानी होली बाद नमाज़ क़ैस जौनपुरी अहद एक मुसलमान है. मुसलमान इसिलए क्योंकि वो एक मुस्लिम परिवार में पैदा हुआ है. हां ये बात अलग है कि …
उतर जा...! क़ैस जौनपुरी मुंबई की लोकल ट्रेन प्लेटफ़ॉर्म पे रूकी. फ़र्स्ट क्लास के डिब्बे में फ़र्स्ट क्लास वाले आदमी चढ़ गए. फ़र्स्ट क्लास वाली औ…
इनाम.... शिवानी कोहली 'अनामिका ‘ साहब, मेरा बेटा अपनी कक्षा में अव्वल आया है. इसे आशीर्वाद दो की बड़ा होकर खूब नाम कमाए.. ’ चल…
लघुकथा बाल मजदूरन - शोभा रस्तोगी “हैं ! मेड रख ली तूने ? उम्र क्या है ?” “बारह। यार, छोटे मोटे सौ काम खड़े रहते हैं। किसी को पानी, किसी को …
१३ जून १९३७ को वजीराबाद में जन्में, श्री प्राण शर्मा ब्रिटेन मे बसे भारतीय मूल के हिंदी लेखक है। दिल्ली विश्वविद्यालय से एम ए बी एड प्राण शर्मा क…
ती न ल घु क था एँ - प्रा ण श र्मा धंधा मेरा एक पड़ोसी अँगरेज़ है। पड़ोसी होने के नाते उसने बातों ही बातों में मुझको बताया - ` …
" गुड मॉर्निंग, मिस्टर जॉर्ज, हाउ आर यू दिस मॉर्निंग ? ” “ डूइंग गुड मिस नीना ”, कहकर जॉर्ज अपना सिर हिलाता है, और नीना की तरफ देखे बि…
मेटरनिटी होम एंड टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर के बाहर लगी बेंच पर वो ग्रामीण दंपत्ति, पिछले तीन घंटे से बैठे थे , अब जाकर उनका नंबर आया था ,सिस्टर उन…
खोल धारा 144 थी, नई दिल्ली के संवेदन-शील इलाकों के मेट्रो स्टेशन अगली सुचना तक कई दिन से बंद थे । एक बहुत ही संवेदन-शील बाराखम्बा बस-स्टॉप पे …
"हेलो मैं मेघा बोल रही हूँ" "अरे तुम फोन पर क्यों बात कर रही? मैं तो घर के बाहर ही खड़ा हूँ" "पर मैं घर के भीतर नहीं हूँ…
चिड़ियाँ खुले आसमान में चिडियों का एक झुंड इठला रहा था. मस्ती में उड़ान भरती चिडियों के मन में उमंगें थीं कि, 'मैं उस आसमान को छुऊँगी&…