साहित्यकारों में फैले अजनबीपन, अकेलेपन, आत्म-निर्वासन, अवसाद, आत्म-संघर्ष, वर्ग-संघर्ष, चिड़चिड़ेपन और गाली-गलौज आदि सब व्याधियों से मुक्ति दिल…
दी और दा हिंदी में एक ऐसा ‘लिटररी स्फीयर’ बनाते हैं कि उसकी फॉर्म कुछ होती है, और कंटेंट कुछ और होता है 😂 — सुधीश पचौरी …
साहित्य विरोध कुलभूषण — सुधीश पचौरी जिस साहित्यकार का कोई नाम लेवा, पानी देवा नहीं होता, ये हमलावर उसे इतना बड़ा बनवा द…
Maitreyi Pushpa भुगतिए नतीजा कभी वोट देने का और कभी न देने का मैत्रेयी पुष्पा लोकतन्त्र की अवधारणा के मूल में दो महत्व…
पाँच राज्यों के विधान सभा चुनाव नतीजे — मृणाल पाण्डे मोदीजी की उत्तरप्रदेश विजय, बीजेपी का मणिपुर-गोवा पर धावा, देशवासियों की वर्तमान सोच औ…
शेखर की दीवार हमें यह स्वीकार करना होगा कि पूर्वोत्तर भारत देश का एक ऐसा हिस्सा है जिसे सबने भुला दिया है अमेरिकी प्र…
क्या ही विडंबना है आज अंतत: दोनो जगह (भारत और पाकिस्तान) अंग्रेज़ी महारानी का ताज पहन कर सत्ता, रुतबे और महत्वाकांक्षा का प्रतीक बन राजकाज …
तूफान मचाने की राजनीति का एक ही मकसद है कि किसी तरह हिन्दू मुस्लिम गोलबंदी करो और वो गोलबंदी एक पार्टी के हक में करो Ravish Kumar with stude…
मेरी बात — अपूर्व जोशी मुझे आश्चर्य मैत्रेयीजी की प्रतिक्रिया पर हुआ — अपूर्व जोशी अपूर्व जोशी न तो सच बोलने से डरने …
ओछी ईर्ष्या के बीच खेमेबंदी — अपूर्व जोशी पहले मुझे ज्ञात नहीं था कि साहित्य जगत में भी जबरदस्त राजनीति होती है। यहां भी घराने बने हुए है…