मौत के कागज़ सभी भरने लगे अब तो जीते जी ही सब मरने लगे भरभरा परदे सभी गिरने लगे जो ढंके थे चेहरे दिख…
राजनीतिक दोगलेपन ढंकते नारों का पर्दा... Rajdeep Sardesai ‘हम नरेंद्र मोदी, अमित शाह और आरएसएस को हराकर धर्मनिरपेक्षता का बचाव करने के …
जब मीडिया संस्थानों का मालिक कौन है — पता ही नहीं हो, तब नेताओं और उनकी भाड़े की सेनाओं के लिए हमें ‘प्रेस्टीट्यूटस’ कहना आसान हो जाता है। …
साहित्य एक समोसा — सुधीश पचौरी मैं देख रहा था कि साहित्य का अंत हो रहा है और उसका चिर सखा समोसा कोने में पड़ा रो रहा है। मुझे पता था कि…
भूगर्भीय जलभंडार तेज़ी से छीज रहा है — मृणाल पाण्डे जहाँ पहले 50 फुट पर पानी मिल जाता था, पानी निकालने को 700 से हज़ार फीट तक बोरिंग ज़रू…
गोरक्षकों के नाम पर भस्मासुर पैदा करना चाहते हैं ~ विभूति नारायण राय Cartoon by Keshav courtesy The Hindu क्या हम भी उस रपटीली राह …
कश्मीरी पंडितों से लेकर उत्तराखंड, असम, बंगाल (वैष्णव समुदाय छोड़ कर), मिथिला क्षेत्र तथा उ.पू. राज्यों में माँस और मछली ब्राह्मणों का खानपान तथ…
साहित्यकारों में फैले अजनबीपन, अकेलेपन, आत्म-निर्वासन, अवसाद, आत्म-संघर्ष, वर्ग-संघर्ष, चिड़चिड़ेपन और गाली-गलौज आदि सब व्याधियों से मुक्ति दिल…
दी और दा हिंदी में एक ऐसा ‘लिटररी स्फीयर’ बनाते हैं कि उसकी फॉर्म कुछ होती है, और कंटेंट कुछ और होता है 😂 — सुधीश पचौरी …
साहित्य विरोध कुलभूषण — सुधीश पचौरी जिस साहित्यकार का कोई नाम लेवा, पानी देवा नहीं होता, ये हमलावर उसे इतना बड़ा बनवा द…
Maitreyi Pushpa भुगतिए नतीजा कभी वोट देने का और कभी न देने का मैत्रेयी पुष्पा लोकतन्त्र की अवधारणा के मूल में दो महत्व…
पाँच राज्यों के विधान सभा चुनाव नतीजे — मृणाल पाण्डे मोदीजी की उत्तरप्रदेश विजय, बीजेपी का मणिपुर-गोवा पर धावा, देशवासियों की वर्तमान सोच औ…