"मेरे ख़्याल से हिन्दी साहित्य जगत में फ़्लर्ट करने की कला, सिर्फ दो जन जानते हैं, राजेन्द्र यादव और मनोहर श्याम जोशी।" मृदुला गर्ग की लि…
अच्छा हुआ कि मित्र विवेक मिश्र से उनका मन्नूजी वाला यह इंटरव्यू मांग लिया। यह दरअसल एक टिपिकल इंटरव्यू नहीं है इसमें मन्नू भंडारीजी ने कई बातों का ख…
राजेन्द्र यादव जी के कमाल को समझना तकरीबन नामुमकिन है लेकिन प्रिय लेखक प्रियदर्शन का यह लेख यादवजी के कमाल को बहुत पास से दिखला गया। ~ सं0
हिंदी साहित्य में 'नई कहानी' को गढ़ने वाली त्रयी के महान कथाकार राजेन्द्र यादव की कहानी, गुलाम... रंगे स्यार को राज तो मिल ग…
तिरे जाने का ग़म घटता नहीं है tire jaane ka gham ghat'ta nahi.n hai — भरत तिवारी जन्मदिन मुबारक सर, आपके लिए कही मेरी एक ग़ज़ल... …
यह वो चराग है जिसे बुझा सकीं ना आंधियाँ — गीता पंडित हंस पत्रिका बहुत पहले से पढ़ती रही हूँ | उसी के माध्यम से यह भी जानती थी कि राजेन्…
Rajendra Yadav Jayanti 2016 ये संस्मरण नहीं है! — चण्डीदत्त शुक्ल अच्छा तो लिखते हो! पढ़ते भी हो क्या? पढ़ा करो... वे दिल्ली के दिन…
28 अगस्त राजेन्द्र यादव का जन्मदिन इसी दिन उनके द्वारा शुरू किए गए ' हंस कथा-सम्मान ' जिसे अब उनकी स्मृति में &…
नामवर होना ... ~ भरत तिवारी महान तो सब बनना चाहते हैं। अब ये अलग बात है कि इन दिनों - बनें भले ही नहीं, लेकिन ख़ुद को महान समझना और औरों को …
कभी लगता ही नहीं था कि राजेन्द्र यादव चले जायेंगे — रचना यादव राजेन्द्रजी को गए हुए 3 साल हो गए हैं, पर अभी भी लगता है वो यहीं ह…
मन्नू भंडारी वाया राजेन्द्र यादव गीताश्री मैं सोचती कि मन्नूजी इस मामले में वाकई खुशनसीब हैं। लेखन को सपोर्ट करने वाले पति लेखिकाओं के भ…
Meeting in memory of Rajendra Yadav Ji October 28, 2015, Sahitya Akademi Sabhagar 28 अक्टूबर, साहित्य अकादमी सभागार, शाम 5 बजे। आप सब …
पता नहीं लोग क्यों राजेन्द्र जी को स्त्रियों के लिए बदनाम करते हैं, मुझसे तो उन्होंने केवल इतना कहा, सिर उठाकर बात करिए मैत्रेयी पुष्पा, कह…