परवीन सुल्तान और अप्पाजी की यादों भरी शाम दिल्ली शास्त्रीय संगीत समारोह : दिन - 1 सुरों पर परवीन का कंट्रोल अतुलनीय है, कुछ कुछ फाइटर …
नसीरुद्दीन शाह से गूंजेगा हिमालयन इकोज़ आज के नवोदय टाइम्स में http://bit.ly/2htbjDc संस्कृति के लिए कुछ करने के नाम पर, संस…
असली स्वाद पाने के लिए रसिक मूल भाषा को अधिक पसंद करता है - भरत तिवारी हर बोली का एक अपना-काव्य होता है, भाषाओं का विस्तार और भा…
भक्ति भारतीय शास्त्रीय नृत्य के मूल में है — भरत तिवारी description श्रुती कोटि समं जप्यम जप कोटि समं हविः हविः कोटि समम गेयं गे…
कितना है बद-नसीब 'ज़फ़र' दफ़्न के लिए दो गज़ ज़मीन भी न मिली कू-ए-यार में — बहादुर शाह ‘ज़फर’ मकबूल ‘फ़िदा’ हुसैन की तस…
मैं एक नया मुकाबला दूंगा — ए आर रहमान — भरत तिवारी (आज के नवोदय टाइम्स में प्रकाशित) http://epaper.navodayatimes.in/1355186/…
पंडित क्षितिपाल मल्लिक ध्रुपद उत्सव — भरत तिवारी (आज के नवोदय टाइम्स में प्रकाशित) http://epaper.navodayatimes.in/1351611/The-Navoda…
(आज के नवोदय टाइम्स में प्रकाशित) http://epaper.navodayatimes.in/1349119/The-Navodaya-Times-Main/Navodaya-Times-Main#page/8/2 ‘मौश…
गिरिजा देवी जी के साथ तानपुरे पर शोभा चौधरी (बांये) रीता देवो (दांये) और देव प्रिया गिरजादेवी जी की सलाह - भरत तिवारी शा…