नए घोड़ों पर किस तरह दाव लगाया जाता है, अगर किसी को सीखना हो तो वह कालिया जी से सीखे -अनुज जिस तरह गुलेरीजी की कहानी ' उसने कहा…
आगे पढ़ें »रवीन्द्र कालिया का जाना एक अपूर्णीय क्षति है, क्योंकि वो ऐसे लेखक थे जिन्होंने 'ख़ुदा सही सलामत' जैसा उपन्यास दिया, जबकि उनके समक…
आगे पढ़ें »सुनहरे स्पर्श वाले कथाकार संपादक - राजेंद्र राव स्मृति शेष बीसवीं सदी के आखिरी दशक में जब ऎसा लगने लगा कि अब हिंदी की साहित्यिक …
आगे पढ़ें »आज हिन्दूवादी संगठनों के पास जितनी ताकत है उतनी बाबरी मस्जिद तोड़ते समय भी नहीं थी। यदि राम मंदिर सरलता से बन जाता है। दंगे नहीं होते तो…
आगे पढ़ें »रवीन्द्र कालिया...बेहद ज़िन्दादिल, यारबाश, मजाकिया इंसान - अशोक वाजपेयी रवीन्द्र कालिया बहुत पुराने मित्र थे। बेहद ज़िन्दादिल, यारबाश…
आगे पढ़ें »रवीन्द्र कालिया की स्मृति में प्रार्थना सभा हिंदी के प्रख्यात कथाकार और भारतीय ज्ञानपीठ के पूर्व निदेशक रवीन्द्र कालिया का आज यहां लोद…
आगे पढ़ें »ग़ालिब छुटी शराब, शेखर - एक जीवनी, गुनाहों का देवता, राग दरबारी और जॉनाथन लिविंग स्टोन सीगल में क्या चीज़ कॉमन है ? ये उन पुस्तकों के नाम हैं -…
आगे पढ़ें »तोड़ गए वादा छोड़ गए साथ ००००००००००००००००
आगे पढ़ें »पिछले दिनों सोशलमिडिया ख़ासकर ट्विटर पर एनडीटीवी को लेकर जिस तरह की बेलगाम बयानी (ट्वीटस्) हुई उसने सोशल मिडिया के गिरते स्तर के ऊपर उठते ग्रा…
आगे पढ़ें »माल्दा, मुसलमान और कुछ सवाल! - क़मर वहीद नक़वी माल्दा एक सवाल है मुसलमानों के लिए! बेहद गम्भीर और बड़ा सवाल. सवाल के भीतर कई …
आगे पढ़ें »दर्द को दोहराया नहीं जा सकता - सुशील उपाध्याय की कवितायेँ दुखती रग पर हाथ! दुखती रग पर रखे गए तुम्हारे हाथ को, अपना समझकर स्वी…
आगे पढ़ें »कविता और रेखाचित्र ~ अनुप्रिया अनुप्रिया सुपौल, बिहार कवियित्री, रेखा-चित्रकार संपर्क : श्री चैतन्य योग गली नंबर -27,फ्लैट न…
आगे पढ़ें »हद्द बेशरम हो तुम, जब बच्चे छोटे थे तो कभी गोदी में बिठाया तुमने? आज बड़े आये ह…
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