ओ.पी. नैय्यर अपनी किंग साइज़ ईगो के ग़ुलाम थे... तेजेन्द्र शर्मा ~ शिखा वार्ष्णेय “ ओ.पी. नैय्यर यदि स्वाभिमानी होते तो दूसरों के स्वा…
आगे पढ़ें »17 जनवरी, यमुनानगर कथा युके व डीएवी गर्ल्स कालेज के संयुक्त तत्वावधान में 17-18 जनवरी 2014 को अंतराष्ट्रीय प्रवासी साहित्य सम्मेलन (अप्रसास) यम…
आगे पढ़ें »अंतरराष्ट्रीय इंदु शर्मा कथा सम्मान के 19 वर्ष : तेजेन्द्र शर्मा लगता है कल ही की बात है जब डा धर्मवीर भारती , जगदम्बा प्रसाद दीक्षित एवं म…
आगे पढ़ें »कथा यू.के. की नवीनतम साझी कथा गोष्ठी (01 जून 2013) में वरिष्ठ उर्दू कहानीकार मोहसिना जीलानी ने अपनी संवेदनशील कहानी ‘ दरवाज़ा खुला रखना ’ का पाठ…
आगे पढ़ें »हद्द बेशरम हो तुम, जब बच्चे छोटे थे तो कभी गोदी में बिठाया तुमने? आज बड़े आये ह…
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